बीजेपी को बड़ा झटका, कोलारस विधायक रघुवंशी ने आरोपों के साथ पार्टी छोड़ी
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 31 अगस्त। विधानसभा चुनाव के पहले शिवपुरी इलाके में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। शिवपुरी जिले की कोलारस विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उनके कांग्रेस में जाने और शिवपुरी सीट से चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही है। विधायक रघुवंशी ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को भेजे अपने इस्तीफे में तमाम आरोप लगाते हुए पार्टी में अपनी स्थिति पर दुख जताया है।
वीरेंद्र रघुवंशी मूलतः कांग्रेसी हैं और शिवपुरी इलाके के जनाधार वाले नेता माने जाते हैं। कांग्रेस में उनका विरोध सिंधिया से हुआ तो उन्हें कांग्रेस छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। रघुवंशी 2014 में भाजपा में आ गए और पार्टी ने उनका उपयोग तत्कालीन कांग्रेस नेता और शिवपुरी-गुना के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ शुरू कर दिया। भाजपा ने उन्हें कोलारस से विधानसभा चुनाव लड़वाया और वे चुनाव जीतकर विधायक भी बन गए। सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन 2020 में सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आ जाने के बाद स्थितियां बिगड़ने लगीं। वीरेंद्र रघुवंशी भाजपा में रहकर भी सिंधिया के निशाने पर आ गए। सिंधिया के साथ भाजपाई बनने वाले नेता उन्हें परेशान करने लगे। यहां तक उन्हें विधायक होने के बाद भी तवज्जो नहीं दी गई। आखिरकार तमाम आरोप लगाकर अपना दुख व्यक्त करते हुए रघुवंशी ने भाजपा को अलविदा कह दिया। विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने पार्टी छोड़ने की घोषणा कर कई आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सिंधिया के आने के बाद भाजपा की रीतिनीति ही बदल गई है। ग्वालियर-चंबल में मूल कार्यकर्ताओं को कुचला जा रहा है। वीरेंद्र का आरोप है कि ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न तोमर और प्रभारी मंत्री महेंद्र सिसोदिया विकास में बाधक बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे भूमि पूजन तक नहीं करने दिया जा रहा है। पूरी ताकत से सिंधिया के मंत्री विकास कार्यों को क्षति पहुंचा रहे हैं। इन लोगों ने मुझ पर फर्जी एफआईआर करने का भी पूरा प्रयास किया।