दिल्ली में करोड़ों की लागत से बने मप्र भवन की गुणवत्ता की जांच होगी
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 31 अगस्त। करोड़ों रुपए की लागत से नई दिल्ली मे बने फाइव स्टार मध्यप्रदेश भवन की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लग गए हैं।रेजीडेंट कमिश्नर पंकज राग की शिकायत पर राज्य शासन ने भवन की गुणवत्ता की जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। वरिष्ठतम अभियंता और पीडब्ल्यूडी विभाग के सचिव आर के मेहरा चार सदस्यीय कमेटी के मुखिया होंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फरवरी 2023 में 108 कमरों के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया गथा। दिल्ली में स्थित यह एमपी भवन करीब 150 करोड़ रुपए में बनकर तैयार हुआ है। लोकार्पण के वक्त राज्य सरकार ने निर्माण कार्य को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे। हालांकि, अब इसमें कई तरह की खामियां उजागर हुई है। अब इसको निर्माण करने वाली एजेंसी से हैंडओवर लेने से पहले कार्य की गुणवत्ता को लेकर जांच की जा रही
मध्य प्रदेश के चाणक्यपुरी स्थित नवनिर्मित भवन को लेकर आवासीय आयुक्त पंकज राग ने मध्य प्रदेश शासन लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव को 30 जून को पत्र लिखा। इसमें 14 जून को अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विभाग के साथ बैठक का जिक्र किया। इसमें राग ने नवनिर्मित भवन की गुणवत्ता और उसमें उपयोग किए गए मटेरियल और पूरे काम की मॉनीटरिंग करने वाली एजेंसी एनबीसीसी के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। इसमें एनबीसीसी ने सुपरविजन और पीएमसी संबंधी सेवाओं के लिए सात प्रतिशत सर्विस चार्ज लिया।पंकज राज ने प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखकर जांच करने की मांग की है। इस पर सरकार ने जांच के लिए चार सदस्यीय दल गठित किया है। समिति जांच कर शासन को रिपोर्ट पेश करेगी।