सुषमा स्वराज की बेटी के लिए वोट मांग रहे एमपी के लीडर
खरी खरी संवाददाता
नई दिल्ली, 15 मई। भाजपा की दिग्गज और दबंग नेत्री स्वर्गीय सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी को लोकसभा चुनाव जिताने के लिए एमपी के लीडर दिल्ली में घर-घर जाकर वोट मांग रहे हैं। बांसुरी नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र से बीजेपी की प्रत्याशी हैं। उनका मुकाबला गठबंधन प्रत्याशी सोमनाथ भारती से है। नई दिल्ली में आम आदमी पार्टी से लगातार तीसरी बार विधायक सोमनाथ इंडिया गठबंधन की ओर से मैदान में उतारे गए हैं।
सुषमा स्वराज की छवि को भुनाने के लिए बीजेपी ने उनकी बेटी बांसुरी को नई दिल्ली सीट से प्रत्याशी बनाया है। उनके मुकाबले के लिए दिल्ली के सत्ता सिंहासन पर बैठी आम आदमी पार्टी ने अपने दिग्गज नेता सोमनाथ भारती को मैंदान में उतारा है। आम आदमी पार्टी विपक्षी गठबंधन इंडिया का प्रमुख घटक दल है, इसलिए बंटवारे में नई दिल्ली की सीट आप के हिस्से में आई है और उसके प्रत्याशी सोमनाथ भारती इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी हो गए हैं। चुनाव मैदान में सक्रिय होने के बाद बीजेपी और बांसुरी दोनों को अहसास हो रहा है कि किसी ख्याति प्राप्त व्यक्तित्व की संतान होना, मौके तो आसानी से दिला सकता है, लेकिन इसके साथ ही तुलना का भी सामना करना पड़ता है। चाहे काम की तुलना हो या व्यवहार की या किसी अन्य गुण की। इसी चुनौती का सामना कर रही बांसुरी की मदद के लिए पार्टी ने अपने सभी दिग्गज नेताओं को लगाया है। मध्यप्रदेश में चूंकि चुनाव निपट चुके हैं, इसलिए मध्यप्रपदेश के नेताओं को भी बांसुरी स्वराज को जिताने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसी के चलते मध्यप्रदेश के कई दिग्गज दिल्ली पहुंचकर बांसुरी के लिए वोट मांग रहे हैं। इन नेताओं में पूर्व सीएम शिवराज सिंह का नाम सबसे ऊपर है। शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली में बांसुरी के चुनाव अभियान में सहभागिता करते हुए बांसुरी की जीत का दावा किया है।
मध्यप्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर मतदान खत्म होने के बाद प्रदेश के सभी दिग्गज भाजपा नेता अब दूसरे राज्यों में चुनाव प्रचार के लिए एक्टिव हो गए है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला सहित कई संगठन के नेता और सरकार के मंत्री दूसरे राज्यों में प्रचार के लिए पहुंच रहे है। खास बात यह है कि इन नेताओं की दूसरे राज्यों से डिमांड आई,इसके बाद उन्हें वहां भेजा जा रहा है।राजनीति जानकारों का कहना है कि, मुख्यमंत्री मोहन यादव लोकसभा चुनाव के पहले भी यूपी और बिहार का दौरा कर चुके हैं। यूपी और बिहार में बड़ी संख्या में यादव वोटर्स हैं। एमपी के सीएम मोहन यादव के जरिए भाजपा यादव मतदाता को अपने पाले में लाने की योजना पर काम कर रही हैं। उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं। ऐसा कहा जाता है कि यूपी में जिस पार्टी की जीत होती है केंद्र में उसकी सरकार बनती है। यहां ओबीसी वोटरों की आबादी करीब 20 फीसदी से ज्यादा है। राज्य की कई लोकसभा सीटें ऐसी हैं जहां यादव वोटर निर्णायक भूमिका में रहते हैं। इसलिए यादव वोटर्स को साधने के लिए बीजेपी मोहन यादव को आगे कर रही है।