राहुल गांधी ने खेला जाति कार्ड, सरकार आने पर जातीय जनगणना का ऐलान
खरी खरी संवाददाता
शाजापुर, 30 सितंबर। शाजापुर जिले के कालापीपल विधानसभा क्षेत्र से मध्यप्रदेश में अपने चुनाव अभियान की शुरुआत करने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जातीय कार्ड खेला है। उन्होंने चुनाव अभियान की पहली सभा में ऐलान कर दिया कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई तो जातीय जनगणना कराई जाएगी।
विधानसभा चुनाव अभियान के तहत निकाली जा रही कांग्रेस की प्रदेश व्यापी जन आक्रोश यात्रा में शनिवार को सांसद राहुल गांधी शामिल हुए। शाजापुर जिले के काला पीपल विधानसभा क्षेत्र के पोलायकलां में यात्रा में शामिल राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह विचारधाराओं की लड़ाई है। जिसमें एक तरफ कांग्रेस है और दूसरी तरफ बीजेपी और आरएसएस हैं। गांधीजी एक तरफ और गोडसे दूसरी तरफ। ये लड़ाई नफरत बनाम प्यार और भाईचारे की है। राहुल ने कहा कि हिंदुस्तान को 90 अफसर (कैबिनेट सेक्रेटरी और सेक्रेटरी ऑफ गवर्नमेंट ऑफ इंडिया) चलाते हैं। ये निर्णय लेते हैं कि पैसा कहां जाएगा, लेकिन इनमें 3 अफसर ही ओबीसी हैं। हिंदुस्तान के पूरे बजट में पांच प्रतिशत की भागीदारी ही ओबीसी अफसरों की है। जबकि ओबीसी की आबादी हिंदुस्तान में 50 फीसद है।कांग्रेस सांसद ने कहा कि देश के सामने एक ही मुद्दा है- जातीय जनगणना। ओबीसी कितने हैं? उनकी भागीदारी कितनी होनी चाहिए? जब जातीय जनगणना का सवाल उठाता हूं तो बीजेपी के लोग कांपने लग जाते हैं। नरेंद्र मोदी भागने लग जाते हैं। अमित शाह हिंदू-मुस्लिम करेंगे। कांग्रेस सरकार आने पर जातीय जनगणना का काम हम करके दिखाएंगे।
मध्य प्रदेश में बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा के जवाब में कांग्रेस ने 26 सितंबर से जन आक्रोश यात्राओं का आगाज किया था। प्रदेश के 7 अलग-अलग इलाकों से कांग्रेस के 7 सीनियर नेताओं ने इन यात्राओं की शुरुआत की थी। ये यात्राएं लगभग 11 हजार 400 किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय कर प्रदेश के सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में पहुंची हैं। कांग्रेस का कहना है कि जन आक्रोश यात्रा के जरिए पार्टी ने बीजेपी सरकार की खामियों समेत कमलनाथ की सवा साल की सरकार के कामकाज और उनके 11 वचनों को जनता के सामने रखा है।