मोदी की तटस्थता से नाखुश हैं यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की
खरी खरी डेस्क
नई दिल्ली, 28 अक्टूबर। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की रुस-यूक्रेन युद्ध पर भारत की तटस्था से खुश नहीं हैं। उनका मानना है कि भारत को अपनी स्थिति तय करनी चाहिए और हम युद्ध के खिलाफ हैं जैसी स्थिति से आगे बढ़ना चाहिए। जेलेंस्की को भारत से बड़ी उम्मीदें हें लेकिन वर्तमान हालात में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूक्रेनी राष्ट्रपति की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर रहे हैं।
राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने भारत के अंग्रेज़ी अख़बार 'द टाइम्स ऑफ़ इंडिया' से बातचीत में कहा है कि भारत को केवल ‘हम युद्ध के ख़िलाफ़ हैं’, से आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने में भूमिका निभा सकते हैं। रूस और यूक्रेन के युद्ध को ढाई साल से ज़्यादा का वक़्त हो चुका है। फ़रवरी 2022 में रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण शुरू किया था। उसके बाद से इस युद्ध में हज़ारों जानें जा चुकी हैं। ज़ेलेंस्की ने कहा है कि मोदी वास्तव में आबादी, अर्थव्यवस्था, असर और प्रभाव के लिहाज से एक विशाल देश के प्रधानमंत्री हैं और ऐसा देश केवल यह नहीं कह सकता है कि "हम युद्ध का अंत चाहते हैं। ज़ेलेंस्की से पूछा गया कि पीएम मोदी की रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत कराने की क्या संभावना हो सकती है? ज़ेलेंस्की ने कहा, ''बिना किसी संदेह के यह भारत ही हो सकता है और पीएम मोदी ऐसा कर सकते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि इसके लिए हमें ख़ुद को तैयार करने की ज़रूरत है।
दरअसल, रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से भारत को लेकर यूक्रेन की प्रतिक्रिया में कई उतार-चढ़ाव देखे गए हैं। भारत के प्रधानमंत्री ने इसी साल रूस और यूक्रेन दोनों देशों का दौरा भी किया है और इस दौरान ज़ेलेंस्की ने भारत और प्रधानमंत्री मोदी की भूमिका पर सवाल भी खड़े किए हैं और उनकी सराहना भी की है। ज़ेलेंस्की ने इंटरव्यू में कहा है, "आप निष्पक्ष नहीं रह सकते। इसका मतलब है कि आप रूस के साथ हैं, क्योंकि हमला करने वाले और पीड़ित को एक नज़रिए से नहीं देखा जा सकता है। मैं समझता हूं कि यह रूस को गुप्त समर्थन है।"यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के मुताबिक़ ब्रिक्स सम्मेलन में पहुँचे लोग रूस-यूक्रेन संघर्ष के समाधान में मदद करना चाहते हैं, लेकिन मेरी राय में वो रूस समर्थक हैं।
पिछले हफ़्ते रूस में ब्रिक्स के सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई थी। पुतिन के साथ वार्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर रूस-यूक्रेन युद्ध की चर्चा की और कहा कि शांति के लिए जो भी भूमिका होगी, भारत उसे निभाने के लिए तैयार है। पीएम मोदी ने कहा, "रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष के विषय पर हम लगातार संपर्क में रहे हैं। हमारा मानना है कि समस्याओं का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए।" शांति और स्थिरता की जल्द से जल्द से बहाली का हम पूरी तरह से समर्थन करते हैं। आने वाले समय में भी भारत हर संभव सहयोग देने के लिए तैयार है।" इससे पहले, इसी साल अगस्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूक्रेन की यात्रा पर थे. उस दौरान पीएम मोदी की यूक्रेन यात्रा पर कई विशेषज्ञों ने सवाल भी खड़े किए थे।