भोपाल के बालिका संरक्षण गृह से 26 लड़कियां लापता होने पर बवाल

Jan 06, 2024

 खरी खरी संवाददाता

 भोपाल, 6 जनवरी। राजधानी भोपाल के परवलिया थाना इलाके के ग्राम चांदूखेड़ी में संचालित आंचल बालिका छात्रावास में लड़कियों की संख्या नामजद से 26 लड़कियां कम मिलने के मामले में नया मोड़ आ गया है। राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने इसे धर्मांतरण से जोड़ा है तो पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इतनी संख्या में लड़कियों के गायब होने को गंभीर मामला बताते हुए सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की है। वहीं पुलिस ने अपनी प्रारंभिक जांच में लड़कियों के गायब होने के बजाय अपने परिजनों के साथ जाने की बात कही है।

राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो समेत राज्यबाल आयोग की टीम ने 4 जनवरी को आश्रम का निरीक्षण किया था। निरीक्षण किये जाने के दौरान सामने आया कि यहां 68 बच्चियों के नाम निवास करने के तौर पर दर्ज हैं, लेकिन निरीक्षण के दौरान 41 बच्चियां ही मिलीं, जबकि 26 बच्चियां गायब हैं। इसके बाद उन्होंने एमपी की मुख्य सचिव वीरा राणा को पत्र लिखकर कार्रवाई करने को कहा। आयोग के निर्देश के बाद परवलिया सड़क थाना पुलिस ने किशोर न्याय अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच कर शुरू कर दी है। बालगृह में जो बच्चे-बच्चियां मिली हैं वह गुजरात, राजस्थान और झारखंड और अन्य प्रदेशों की हैं। किशोरियों के लापता होने पर बाल आयोग के अध्यक्ष ने इन बच्चियो का धर्मांतरण कराए जाने की आशंका जताई है। बाल कल्याण समिति के आदेश के बिना ही बच्चियों को चाइल्ड इन स्ट्रीट सिचुऐशन से रेस्क्यू कर बिना बाल कल्याण समिति में प्रस्तुत किए बालगृह में रखा जा रहा है। यह बालगृह पूर्व में रेलवे चाइल्ड लाइन चलाने वाली संस्था संचालित कर रही है। प्रियंक कानूनगो का कहना है कि बालगृह के अधीक्षक अनिल मैथ्यू, साथी निशा तिर्की, नमिता व अन्य द्वारा इसे संचालित किया जा रहा है।

एसपी देहात भोपाल प्रमोद सिन्हा का कहना है की थाना परवलिया क्षेत्र के आंचल बालग्रह से लापता बताई जा रही 26 बालिकाओं के संबंध में प्रारंभिक जॉच में सामने आया है कि कई बालिकॉए बालगृह में अपना पजींयन कराती है, लेकिन बाद में मन न लगने या अन्य किसी कारणो से वह वापस अपने परिजनो के साथ चली जाती है। उन्होने आगे कहा कि सोशल मीडीया या अन्य प्लेटफॉर्म पर बच्चियो के लापता होने की बात चल रही है, उसके प्रांरभिंक अनुसंधान में भी यही बात सामने आई है कि यह बालिकाएं लापता नहीं है, बल्कि मन न लगने के कारण पंजीयन के बाद अपने माता-पिता के साथ वापस अपने घर चली गई है। मामले में आगे सत्यापन सहित अन्य बिदुंओ पर भी जॉच की जा रही है। एसपी ने यह भी बताया कि मामले में शुरुआती जांच में चाइल्ड लाइन की शिकायत पर किशोर न्याय अधिनियम का मामला कायम किया गया है। आगे की जॉच में सामने आये तथ्यो के आधार पर कार्यवाही तय की जायेगी। इस मामले को लेकर पूर्व सीएम ने शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि भोपाल के परवलिया थाना क्षेत्र में बिना अनुमति संचालित बालगृह से 26 बालिकाओं के गायब होने का मामला मेरे संज्ञान में आया है। उन्होंने आगे कहा, मामले की गंभीरता तथा संवेदनशीलता को देखते हुए सरकार से संज्ञान लेने एवं त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।

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