भारत भवन में दिनमान समारोह के तहत ग्रुप आर्ट एक्जीबीशन का आयोजन
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 17 जनवरी। बहुकला केंद्र भारत भवन में युवा रचनाकारों की रचनाशीलता पर आधारित बहुकला समारोह दिनमान के तहत आयोजित ग्रुप आर्ट एक्जीबीशन सबके आकर्षण का केंद्र बनी है। प्रदेश भर से आई विभिन्न कलाओं में पारंगत 15 महिला कलाकारों की कलाकृतियों को इस कला प्रदर्शनी में शामिल किया गया है। इन महिला कलाकारों ने आर्ट वर्क के जरिए जीवन के विविध रंगों को प्रस्तुत किया है।
भारत भवन में चल रहे दिनमान समारोह के सभी आयोजनों के साथ साथ यहां लगाई गई ग्रुप आर्ट एक्जीबीशन सबके आकर्षण का केंद्र बनी है। इसमें प्रदेश के विभिन्न अंचलों से आई और विभिन्न कलाओं में पारंगत 15 महिलाओं के 40 आर्ट वर्क को प्रदर्शनी में शामिल किया गया है। भोपाल की चित्रकार भावना चौधरी चंद्रा ने 6 चित्र इस प्रदर्शनी में लगाए हैं।इनमें प्रकृति से करीबी की दास्तां दिखाई गई है। भावना कहती हैं कि उन्होने हर चित्र में अलग विषय को चित्रित किया है।उनके एक चित्र में एक लड़की गौरैया से बात कर रही है। दूसरे चित्र में गौरेया लड़की का दुपट्टा खींच रही है तो लड़की उससे कह रही है कि डोंट डिस्टर्ब मी। अन्य चित्रों में मुसाफिर को इंतजार करते, नारी शक्ति को त्रिशूल के जरिए, ट्विंस में बातचीत करते हुए दिखाया गया है। इंदौर से आई मोनिका सेठ ने एब्सट्रैक्ट आर्ट पेंटिंग प्रस्तुत की है। इसमें कपड़ों के छोटे छोटे टुकडों को जोड़कर कैनवास पर आर्ट वर्क तैयार किया गया है। कपड़ों के इन टुकड़ों को सिलाई करके जोड़ा गया है। भोपाल की वंदना तिवारी ने चटकीले रंगों से महिला को शेरनी का रूप दिया है। शेरनी लार टपकाते सामाजिक श्वानों से घिरी है। सीहोर की दिव्या पोरवाल ने सेरेमिक से बना आर्ट वर्क इसमें प्रस्तुत किया है। कवियत्री आकृति राठौर ने अपनी कविताओँ को घरों की चीजों पर आर्टवर्क के रूप में उकेरा है। वंदना कुमारी की एक पेटिंग भी सबकों आकर्षित कर रही है जिसमें शेर बना पुरुष रिक्शा चला रहा है और शेरनी बनी महिला सवारी केरूप में बैठी है। देवास से आई अंशु पंचौली ने अपने आर्ट वर्क में महिला की खुशियों को चित्रित किया है। इसके जरिए महिलाओं की सुंदरता, सपने, फेम और कला को दिखाया गया है।
इस ग्रुप आर्ट एक्जीबीशन में स्कल्पचर वर्क, इंस्टालेशन, पेंटिंग, सिरेमिक, एचिंग तथा म्युनरल आदि आर्ट वर्क को शामिल किया गया है। यह एक्जीबीशन जीवन के विविध रंगों के साथ महिला सशक्तीकरण की सोच का भी प्रदर्शन करती है।