चुनाव प्रचार में हवाई बेड़ों के लिए हैरान हैं राजनीतिक पार्टियां
खरी खरी डेस्क
नई दिल्ली, 16 मार्च। आम चुनावों के लिए कैंपेनिंग शुरू हो चुकी हैं। पार्टियां सत्ता की रेस में एक दूसरे से आगे निकलने की कोशिश कर रही हैं। सियासी दलों के बीच एक लड़ाई हवा में भी लड़ी जा रही है। ये लड़ाई ज्यादा से ज्यादा हेलिकॉप्टर और चाटर्ड प्लेन बुक कराने के लिए हो रही है। इस कारण चुनाव के साथ हेलिकॉप्टर और चार्टेड प्लेन कंपनियों की चांदी हो गई है। आमतौर पर घंटों के हिसाब से हेलिकॉप्टर की बुकिंग होती है, लेकिन इस बार तो पूरे चुनाव सीजन के लिए बुक हो चुके हैं ताकि दूसरी पार्टी को ना मिल सके।
किस पार्टी की कितनी बुकिंग-
- भारत में लगभग 260 हेलिकॉप्टरऔर 200 चार्टेड प्लेन्स हैं।
- इंडस्ट्री के सूत्र बता रहे हैं कि भाजपा ने महीनों पहले ही लगभग 60 फीसदी हवाई जहाजों की बुकिंग करा ली है।
-कांग्रेस की शिकायत है कि उसके पास बुकिंग के लिए जहाज ही नहीं हैं।
- इस बार एक और ट्रेंड यह दिख रहा है कि कई स्थानीय दल, खासतौर पर महागठबंधन की पार्टियां एक दूसरे के साथ हेलिकॉप्टर की शेयरिंग भी रह रही हैं।
दक्षिण भारत से डिमांड सबसे ज्यादा
इस बार दक्षिण भारत से भी काफी मांग आ रही है. इंडस्ट्री को लगता है कि अगर नेताओं में हेलिकॉप्टर का क्रेज यू हीं बढ़ता रहा तो इस जरूरत को पूरा करने के लिए बाहर से चॉपर और छोटे जहाज लीज पर मंगाने होंगे।
किस पार्टी से सबसे ज्यादा बुकिंग
- देश में 260 हेलीकॉप्टर।
- सभी हेलिकॉप्टर चुनावों के लिए बुक।
- 60% बुकिंग भाजपा की तरफ से हुई।
- 40% में कांग्रेस और बाकी क्षेत्रिय दल ने की है।
हेलीकॉप्टर पर चुनावी खर्च
-सिंगल इंजन हेलिकॉप्टर - 1 से 2 लाख रुपए प्रतिघंटा।
- डबल इंजन हेलिकॉप्टर - 2-3 लाख रुपए प्रतिघंटा।
- एक दिन के प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर पर 15 से 20 लाख रुपए तक खर्च होता है।
-हेलिकॉप्टर खड़ा रहने पर भी किराया देना होता है।
कौन सी कंपनियां देती किराए पर हेलीकॉप्टर
- सबसे ज्यादा हेलिकॉप्टर पवन हंस और ग्लोबल वेक्ट्रा हेलीकॉर्प के पास है।
- चार्टर्ड प्लेन कंपनियों क्लब वन एयर और ताज एयर जैसी कंपनियों के पास अच्छी फ्लीट है.
- सबसे ज्यादा हेलिकॉप्टर पवन हंस के पास हैं जिसके बाद ग्लोबल वेक्ट्रा हेलीकॉर्प का नंबर आता है।