कमलनाथ के सीएम फेस की गुत्थी पार्टी की सियासत में उलझी
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 28 मार्च। मध्यप्रदेश मे जैसे जैसे विधानसभा के चुनाव नजदीक आ रहे हैं मुख्यविपक्षी दल कांग्रेस में सीएम फेस की गुत्थी सुलझने की बजाय उलझती जा रही है। कमलनाथ खेमा जहां उन्हें भावी सीएम के रूप में प्रचारित कर रहा है, वहीं पार्टी के कई वरिष्ठ नेता इससे इंकार कर रहे हैं। अब कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल ने भी इस बात से इंकार कर दिया है कि कमलनाथ सीएम फेस होंगे। इससे पार्टी की अंदरूनी सियासत में घमासान की भनक लग रही है।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस कमलनाथ की अगुवाई में ही विधानसभा चुनाव लड़ेगी, इसमें कोई दो राय नहीं है.. लेकिन कमलनाथ ही सीएम होंगे.. इसे लेकर कांग्रेसी एक मत नहीं हैं। कमलनाथ खेमा मान रहा है कि कमलनाथ ही प्रदेश के भावी सीएम हैं। वहीं वरिष्ठ नेता अरुण यादव, अजय सिंह आदि कई बार कह चुके हैं कि चुनाव के बाद सीएम दिल्ली से तय होगा। अब कांग्रेस के प्रभारी जेपी अग्रवाल ने भी बयान दिया है और कहा कि हाईकमान तय करेगा की सीएम पद का चेहरा कौन होगा। उनके इस बयान के बाद सियासी हलको मे घमासान मचा है क्योंकि दिग्विजय सिंह खेमे के दिग्गज नेता पीसी शर्मा ने कमलनाथ को ही सीएम फेस करार दिया है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल ने कमलनाथ के सीएम चेहरे को लेकर अपनी असहमति दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ प्रदेश के अध्यक्ष हम उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे, लेकिन मुख्यमंत्री का चेहरा हाईकमान ही तय करेगा। इसके बाद सियासत का माहौल फिर गरम हो गया है और पार्टी की अंतर्कलह निकल कर सामने आई है। इसके पहले कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरूण यादव ने कहा था कि इसका फैसला मध्यप्रदेश से नहीं, बल्कि दिल्ली से होता है। इसकी एक प्रक्रिया है और मध्य प्रदेश में कोई चेहरा नहीं है। उनके इस बयान के बाद मध्य प्रदेश की सियासत में हलचल मच गई थी। बीजेपी भी कमलनाथ के ऊपर लगातार तंज कस रही थी। इसके बाद कांग्रेस के सोशल मीडिया हैंडल से कमलनाथ को अवश्यंभावी सीएम बताया गया था। कमलनाथ का पिछले महीनों एक पोस्टर चर्चा में था, जिसमें उन्हें भावी सीएम लिखा गया था। इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि जब भी चुनाव हुए हैं, कांग्रेस की परंपरा रही है कि विधायक दल ही नेता चुनता है। अब कोई अपने आप को, इस तरह से कहता भी नहीं है कि मैं भावी मुख्यमंत्री हूं तो मैं कह सकता हूं कि मैं भावी विधायक बनना चाहता हूं।
कांग्रेस के अंदरखाने में मचे इस सियासी बवाल के बाद कुछ समय से शांति थी, कमलनाथ खेमा उन्हें भावी सीएम ही लिख रहा है, लेकिन अब प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल के बयान से फिर इस मुद्दे को हवा मिल गई। प्रभारी के बयान के बाज पीसी शर्मा ने एक बार फिर कमलनाथ को भावी सीएम बताकर साबित कर दिया कि कांग्रेस में यह गुत्थी सुलझने वाली नहीं है।