राहुल गांधी का पता भर नहीं, कांग्रेस का पावर सेंटर भी है 12 तुगलक लेन
खरी खरी डेस्क
नई दिल्ली, 28 मार्च। हाल ही में पूर्व सांसद हुए राहुल गांधी को नई दिल्ली स्थित सरकारी घर खाली करने का नोटिस थमा दिया गया है। उनका घर 12 तुलगक लेन राहुल गांधी का पता ठिकाना भर नहीं कांग्रेस का पावर सेंटर भी है। इसलिए इस बंगले के खाली होने से सियासी कहना नया मोड़ लेगी।
सूत्रों के अनुसार अयोग्य घोषित होने के बाद ही राहुल ने घर तलाशना शुरू कर दिया था। हालांकि, लोकसभा सदस्यता के अलावा यह मुद्दा भी कांग्रेस ने उठा दिया है और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ हमलावर हो गई है। 12 तुगलक लेन में राहुल के शिफ्ट होने के बाद कांग्रेस नेताओं का रुख भी बदल गया। कहा गया है कि पार्टी नेता कई अहम मुद्दों के लिए कांग्रेस के इस दूसरे पावर सेंटर का रुख करने लगे। इसका बड़ा उदाहरण छत्तीसगढ़ की सियासत में आए तूफान यानी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव के बीच तनाव और राजस्थान में हुई सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच तनातनी हैं। राहुल को बंगला खाली करने के लिए एक महीने का समय दिया गया है। खास बात है कि इस आवास पर करीब 19 सालों से हैं। साल 2004 में अमेठी से पहली बार सांसद बनने के बाद उन्हें यह घर आवंटित हुआ था। इसके बाद से ही यह कांग्रेस से जुड़ी कई अहम बैठकें, चर्चाएं और मंथन का गवाह बना। अपनी श्रेणी में सबसे उच्च वर्ग के माने जाने वाले यह टाइप 8 बंगला काफी विशाल है। इसके अंदर जिम और कुछ दफ्तर भी हैं। खास बात है कि गांधी परिवार से जुड़े बेहद करीबी लोगों को ही इस घर में एंट्री मिलती है। जबकि, अन्य लोगों की पहुंच केवल दफ्तर तक ही है।
इस बंगले के खाली होने से राहुल गांधी को नया ठिकाना खोजना होगा जो कांग्रेस का दूसरा पावर सेंटर बनने में समय ले सकता है। सोनिया गांधी का आवास 10 जनपथ ही मुख्य पावर सेंटर बना रहेगा।