आयकर के 84 अफसरों को 18 घंटे तक मशीनों से गिनने पड़े छापे में मिले नोट
खरी खरी संवाददाता
आगारा, 21 मई।आगरा के तीन जूता कारोबारियों के यहां पड़े इनकमटैक्स के छापे में नोटों का अंबार मिला है। इनकम टैक्स के 84 अधिकारियों ने करीब 18 घंटे तक मशीनों से नोंटों की गिनती और मिलान किया तब जाकर नोटों की गड्डियां गिनी जा सकीं। नोटों का यह ढेर स्टेट बैंक आफ इंडिया के करेंसी चेस्ट में जमा कराया गया है। इनकम टैक्स विभाग को करीब 10 साल बाद किसी छापे में इतनी अकूत नगदी मिली है।
आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग ने शनिवार को तीन जूता कारोबारियों के 14 ठिकानों पर छापा मारा था। इनमें आगरा, कानपुर और लखनऊ के 84 से अधिक आयकर अधिकारी शामिल रहे। चार दिन तक चले छापे में पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में नगदी पाई गई है। आयकर विभाग ने यहां सबसे ज्यादा हरमिलाप ट्रेडर्स के घर से 53 करोड़ रुपये कमरे से जब्त किए, जबकि अन्य दो कारोबारियों से चार करोड़ रुपये के नोटों की गड्डियां बरामद कीं। आगरा के तीन जूता कारोबारी फर्म बीके शूज, मंशु फुटवियर, हरमिलाप ट्रेडर्स पर आयकर विभाग के इन्वेस्टिगेशन विंग का छापा 80 घंटे बाद खत्म हो गया। चार दिन तक चली आयकर कार्रवाई में 57 करोड़ रुपये के नोटों की गड्डियां मिली। 500-500 के नोटों की 11,400 गड्डियों को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के करेंसी चेस्ट में जमा कराया गया है, वहीं एक कारोबारी का हवाला कनेक्शन भी पाया गया है।आयकर विभाग के इन्वेस्टिगेशन विंग ने शनिवार को तीन जूता कारोबारियों के 14 ठिकानों पर छापा मारा था। इनमें आगरा, कानपुर और लखनऊ के 84 से अधिक आयकर अधिकारी शामिल रहे। चार दिन तक चले आयकर छापे में पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में नगदी पाई गई है। आयकर विभाग ने यहां सबसे ज्यादा हरमिलाप ट्रेडर्स के घर से 53 करोड़ रुपये कमरे से जब्त किए, जबकि अन्य दो कारोबारियों से चार करोड़ रुपये के नोटों की गड्डियां बरामद कीं।लगभग 80 घंटे तक चली आयकर कार्रवाई में लगभग 40 करोड़ रुपये की भुगतान पर्चियां मिलीं, जिनसे तीन से चार हजार कारोबारी जुड़े हुए हैं। पहले तीन दिनों में आयकर विभाग के अधिकारियों को नगदी मिली, जबकि चौथे दिन पूरी कार्रवाई हवाला कनेक्शन और रियल एस्टेट से जुड़े निवेश के कागजातों की पड़ताल पर रही। एक कारोबारी ने हवाला के जरिए कई शहरों से लेन देन किया है। इसका ब्योरा भी कारोबारी के घर मिले दस्तावेज और मोबाइल से मिल गया।