अरुण जेटली ने दुनिया को कहा अलविदा, दिल्ली के एम्स में ली अंतिम सांस
खरी खरी डेस्क
नई दिल्ली, 24 अगस्त। भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर राष्ट्रीय नेता और देश के पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का नई दिल्ली के एम्स में आज निधन हो गया। लंबी बीमारी के बाद उन्होंने दिल्ली के एम्स में दोपहर 12.07 बजे अंतिम सांस ली है। वह 66 वर्ष के थे। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, रविवार दोपहर दिल्ली के निगमबोध घाट में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।उन्हें दो सप्ताह पहले सांस लेने में तकलीफ होने के कारण एम्स में भर्ती किया गया था। जेटली के निधन की खबर सुनने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने अपने हैदराबाद दौरे को बीच में खत्म कर दिया और दिल्ली लौट गए। जेटली का निधन ऐसे वक्त में हुआ है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश दौरे पर अभी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में हैं, इसके बाद वह फ्रांस जाएंगे। एम्स ने बयान जारी कहा कहा कि हम बड़े दुख के साथ जानकारी दे रहे हैं कि पू केंद्रीय केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली ने 24 अगस्त को दोपहर 12 बजकर सात मिनट पर अंतिम सांस ली। जेटली को यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में नौ अगस्त भर्ती कराया गया था और कई क्षेत्रों के वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही थी। अस्पताल के सूत्रों ने इससे पहले उनके जीवन रक्षक प्रणाली पर होने की जानकारी दी थी। बीजेपी के कद्दावर नेता के निधन से राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई । राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित विभिन्न पार्टियों के बड़े नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने यूएई से ही जेटली की पत्नी संगीता और बेटे रोहन से बात की और उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने जेटली के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उनके व्यक्तित्व के शानदार पहलुओं का जिक्र किया। पीएम ने ट्वीट कर कहा, 'जेटली एक करिश्माई व्यक्ति थे जिनका समाज के सभी वर्गों में बहुत सम्मान था। अपने लंबे राजनीतिक करियर में उन्होंने कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली थी।'
मध्यप्रदेश से गहरा नाता
अरुण जेटली का मप्र से गहरा नाता रहा है। कांग्रेस की दिग्विजय सिंह सरकार को 2003 में उखाड़ फेकनें के लिए बनाई गई भाजपा की रणनीति के रचनाकारों में जेटली भी शामिल थे। वे उस समय भाजपा के प्रभारी महासचिव थे। मप्र में पार्टी या पार्टी की सरकार पर जब भी कोई संकट आया अरुण जेटली तुरंत दिल्ली से दौड़कर भोपाल पहुंचे। उनके संबंध कांग्रेस के नेताओं से भी बहुत अच्छे थे। इसलिए उनके निधन पर एमपी के नेताओं को बेहद दुख हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज उन्होंने अपने बड़े भाई को खो दिया है। पूर्व वित्त मंत्री अरूण जेटली के निधन से मध्य प्रदेश में भी शोक की लहर दौड़ गई है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। कमलनाथ ने कहा कि जेटली उनके करीबी थे। दिग्विजय सिंह ने अपने श्रद्धांजलि संदेश में उन्हें अच्छा वकील, अच्छा सांसद और नेक इंसान बताया।