अब फिर हवा में उड़ सकेंगे शिवसेना सांसद
नई दिल्ली, 7 अप्रैल। शिवसेना के सांसद रवींद्र गायकवाड़ अब फिर हवाई जहाज में उड़ान भर सकेंगे। सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया ने दो सप्ताह की जद्दोजहद के बाद गायकवाड़ के हवाई सफर पर लगा प्रतिबंध हटा लिया है। एयर इंडिया ने यह कदम नागिरक उड्डयन मंत्रालय के निर्देश के बाद उठाया है। मंत्रालय ने लोकसभा स्पीकर के माध्यम से शिवसेना सांसद का अफसोस जाहिर करने वाले पत्र मिलने के बाद एयर इंडिया को निर्देश दिए हैं। अब उम्मीद है कि अन्य विमानन कंपनियां भी शिवसेना सांसद पर बैन हटा लेंगी।
बीते करीब दो हफ्ते से शिवसेना सांसद पर एयर ट्रैवल बना बड़ा सियासी मुद्दा बना था। इस पर संसद में भी जमकर हंगामा हुआ और सिविल एवीएशन मंत्री अशोक गजपति राजू शिवसेना सांसदों के गलत व्यवहार का शिकार भी हुए। गौर तलब है कि रवींद्र गायकवाड़ पर एयर इंडिया के एक कर्मचारी को सैंडल से पीटने का आरोप है। इस घटना के बाद एयर इंडिया ने गायकवाड़ पर ट्रैवल बैन लगाते हुए नाम नो फ्लाय सूची में डाल दिया। एयर इंडिया के बाद देश की 6 अन्य निजी विमानन कंपनियों ने भी शिवसेना सांसद के एयर ट्रैवल पर बैन लगा दिया। दो सप्ताह में स्थिति यह हो गई कि गायकवाड़ ने हवाई यात्राओं के लिए जितने भी टिकट बुक किए सभी थोड़ी ही देर बाद कैंसल कर दिए गए। यहां तक उन्होंने अपने मिलते जुलते नामों से भी टिकट बुक करने का प्रयास किया तो भी सफलता नहीं मिली। उन्हें संसद की कार्रवाई में भाग लेने के लिए अंततः ट्रेन का सफर ही तय करना पड़ा। शिवसेना के सांसद इस मुद्दे पर एकजुट थे लेकिन कोई हल नहीं निकल पा रहा था।
ऑल इंडिया केबिन क्रू एसोसिएशन ने कह कि गायकवाड़ को एअर इंडिया के इम्प्लॉइज से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए। उन्हें फ्लाइट में ले जाने में रिस्क है और रहेगा। एसोसिएशन ने एअर इंडिया को लिखे लेटर में कहा था कि गायकवाड़ के मसले पर सरकार को कड़ा रुख अख्तियार करना चाहिए। एसोसिएशन पूरी तरह से एअर इंडिया के सपोर्ट में है। शिवसेना सांसद को बिना किसी शर्त के सभी इम्प्लॉइज से माफी मांगनी चाहिए। इंडियन कमर्शियल पायलट एसोसिएशन ने भी एअर इंडिया से गायकवाड़ मामले में सपोर्ट करने को कहा। इस सबके चलते एयर इंडिया प्रबंधन भी दबाव में नहीं आया। अंततः यह मामला लोकसभा में उठा और जमकर विवाद हुआ तो सरकार और स्पीकर को हस्तक्षेप करना पड़ा। हालांकि सदन में चर्चा के दौरान भी शिवसेना सांसदों का रुख आक्रामक था। उन्होंने गायकवाड़ पर से बैन न हटाने की स्थिति में मुंबई से सभी उड़ाने रोक देने की धमकी तक दे दी। विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू भी सांसदों के रुख का शिकार हो गए। बाद में रवींद्र गायकवाड़ ने सदन से माफी मांगी और एयर इंडिया से हुए विवाद पर लिखित में अफसोस जाहिर किया। उनके इस लिखित पत्र से उड्डयन मंत्रालय को अवगत कराया गया। उसके बाद सभी की सहमति से मंत्रालय ने एयर इंडिया को बैन हटाने के निर्देश दिए।