EVM पर फिर मचा सियासी बवाल, दिग्विजय सिंह ने उठाए कई सवाल

Jan 24, 2024

खरी खरी संवाददाता

भोपाल, 24 जनवरी। लोकसभा चुनाव की चर्चाओं की गर्माहट के बीच एक बार फिर ईवीएम पर सियासी बवाल हो रहा है। कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह लने ईवीएम और चुनाव आयोग दोनों की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं।

मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने बुधवार को भोपाल में सियासी बम फोड़ा। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस करके इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों (EVM) की गड़ब़ड़ी का डेमो दिखाया। उन्होंने कहा कि साफ्टवेयर में गड़बड़ी करके कुछ भी किया जा सकता है। ईवीएम का सारा काम प्राइवेट लोगों के हाथ में है। वे लोग ही इसका साफ्टवेयर तैयार करते हैं। जब सॉफ्टवेयर ही सब करता है तो वही सॉफ्टवेयर तय करेगा सरकार किसकी बनेगी। दिग्विजय सिंह ने कहा कि ईवीएम को लेकर लालकृष्ण आडवाणी जैसे वरिष्ठ नेता अविश्वास जता चुके हैं। ईवीएम का इस्तेमाल 2003 में शुरू हुआ, लेकिन अविश्वास सामने आने के बाद इसके साथ वीवीपैट (VVPAT) को जोड़ा गया। उन्होंने बताया कि VVPAT की मशीन में बैलेट होता है। इसमें कोई चिप नहीं होती है। VVPAT में जो सॉफ्टवेयर डाला जाता है, उसमें उम्मीदवार का नाम और सिंबल होता है। सिंह ने बताया कि बैलेट यूनिट का इस्तेमाल करने के लिए इसे कंट्रोल यूनिट से कनेक्ट किया जाता है। इस प्रकार वोट बैलेट के बाद कंट्रोल यूनिट में जाता है। उन्होंने  VVPAT के सॉफ्टवेयर से भी छेड़छाड़ का आरोप लगाया।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वीवीपैट तार के जरिए बैलेट यूनिट से कनेक्ट होती है। वहीं, वीवीपीएटी सेंट्रल इलेक्शन कमिशन के सर्वर से कनेक्ट होती है। कलेक्टर पहले ये तय करते थे कि कौन सी यूनिट कहां जाएगी, लेकिन अब रेंडमाइजेशन के नाम पर ये काम सेंट्रल सर्वर से किया जा रहा है, जिसके लिए प्राइवेट इंजीनियर बुलाए जाते हैं। इंजीनियर लैपटॉप से मशीन को कनेक्ट करते हैं, जिसके बाद सिंबल लोड किए जाते हैं। इस प्रक्रिया में चिप सर्वे सर्वा हो जाता है। उन्होंने कहा कि वीवीपीएटी मशीन में वोटिंग पर्ची 7 सेकंड के लिए दिखाई देती है, लेकिन जो दिखती है वही, डब्बे में गिरी है, इस बात में संदेह है। दिग्विजय ने आरोप लगाया कि माइक्रोचिप जो वीवीपीएटी में है, वही वोट डाल रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे इलेक्शन के मालिक न चुनाव आयोग है और न जनता, उसका मालिक सॉफ्टवेयर और उसके निर्माता हैं। इस मौके पर उन्होंने जुगाड़ से बनाई गई VVPAT मशीन से वोटिंग का डेमो दिखाकर यह बताया कि कैसे वीवीपैट से वोटों की चोरी होती है। लिहाजा, उन्होंने बैलेट से चुनाव कराने की मांग की।

इस मौके पर दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि इलेक्शन कमीशन निष्पक्ष नहीं है। उन्होंने कहा कि आयोग भारी दबाव में कर रहा है। हम लोग चुनाव में कुछ बोल देते हैं, तो नोटिस मिल जाता है, लेकिन भाजपा के नेताओं को खुली छूट मिली हुई है।