सात दिन को शिवमय हो गया पीतांबरा माई का शहर दतिया, नए रंग में दिखे नरोत्तम मिश्रा

Aug 12, 2016

                            (दतिया से लौटकर सुमन )

भोपाल। पीतांबारा माई के दरबार के चलते मध्यप्रदेश के धार्मिक शहरों में गिना जाने वाला छोटा सा शहर दतिया सात दिनों के लिए शिवमय हो गया। दतिया के स्टेडियम में आयोजित सात दिवसीय पार्थिव शिवलिंग निर्माण क़े महाआयोजन ने सात दिन के लिए शहर की फिजा ही बदल दी। संत देव प्रभाकर शास्त्री दद्दा जी के सानिध्य में हुए इस आयोजन में दतिया ही नहीं बल्कि आस पास के तमाम जिलों से तथा प्रदेश के अन्य हिस्सों से हजारों की संख्या में भक्त गण पहुंचे। यज्ञ के मुख्य यजमान प्रदेश सरकार के जल संसाधन एवं जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा सातों दिन एकदम नए रंग में दिखे, वे सुबह से लेकर देर रात तक नंगे पैर कार्यक्रम स्थल पर घूमते हुए लोगों के साथ जुड़े रहे।

दद्दा जी के शिष्य और फिल्म स्टार आशुतोष राना सहित कई दिग्गज कार्यक्रम में शामिल हुए। इनमें विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा, प्रदेश सरकार के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया, स्वास्थ्य मंत्री रुस्तम सिंह, राज्य मंत्री संजय पाठक, विश्वास सारंग, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान, पूर्व संगठन महामंत्री अरविंद मेनन, संगठन महामंत्री सुहास भगत सहित कई विधायक और अन्य जनप्रतिनिधि शामिल हुए। यज्ञ के मुख्य यजमान और प्रदेश सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा का एक नया रूप इसमें दिखाई पड़ा। हमेशा लकदम परिधान में रहने वाले डा मिश्रा सातों दिन पीला धोती कुर्ता पहने नंगे पैर चलते हुए कार्यक्रम को भी सफल बना रहे थे और लोगों की सेवा भी कर रहे थे। कार्यक्रम में सवाकरोड़ पार्थिव शिवलिंग निर्माण का लक्ष्य रखा गया था, जिसके विरुद्ध करीब साढ़े पांच करोड़ शिवलिंग का निर्माण किया गया।
इस दौरान यज्ञ, हवन, भण्डारा, प्रवचन, भक्ति संगीत और रामलीला भी हुई।गुरुवार को 109वें पार्थिव शिवलिंग निर्माण अनुष्ठान कार्यक्रमका समापन करते हुए प्रदेश के जल-संसाधन, जनसम्पर्क एवं संसदीय कार्य मंत्रीडॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि दतिया के विकास और लोक-कल्याण के लियेमैं पूरी तरह समर्पित हूँ। उन्होंने कहा कि अंतिम साँस तक दतिया के विकासके लिये काम करूँगा। कार्यक्रम में गृह एवं परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंहऔर सहकारिता (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री विश्वास सारंग ने महा-आरती मेंशामिल होकर संत श्री दद्दाजी से आशीर्वाद लिया। भूपेन्द्र सिंह ने कहा किसावन के पवित्र माह में पार्थिव शिवलिंग निर्माण का अलग महत्व है। अपारजन-समूह को देखकर दतिया मिनी वृंदावन की तरह नजर आता है।विश्वास सारंग नेकहा कि दतिया में धार्मिक, आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक समागम का अदभुत नजारादिखा। इस समागम से दतिया के लोगों को लाभ प्राप्त हुआ। गृह मंत्री औरसहकारिता मंत्री ने पीताम्बरा पीठ पहुँचकर भी पूजा-अर्चना की। संत श्रीदद्दाजी ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति पुरुषार्थ, पराक्रम और सदमार्ग पर चलकरईश्वर की कृपा प्राप्ति के लिये संकल्पित रहे

आयोजन में सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक पार्थिव शिवलिंग बनाएंजाते थे। सात दिन में भक्तों ने 5 करोड़ 54 लाख शिवलिंग का निर्माण किया।यानि हर रोज 79 लाख 27 हजार पांच सौ शिवलिंग बनाए गए। इस हिसाब से देखें तोभक्तों ने हर घंटे में 15 लाख 85 हजार पांच सौ शिवलिंग बनाएं। आयोजन कासमापन रागिनी हतिया की भजन संध्या व लीला मंडल की श्रीरामलीला के साथ कियागया। इस आयोजन को भले ही सियासी तौर पर देखा जाए लेकिन जिस श्रद्धा और भक्ति के साथ दतिया और तमाम अन्य क्षेत्रों से आए भक्तों ने बारिस की परवाह किए बिना पार्थिव शिवलिंग निर्माण किया, उसे देख कर लगा कि हमारी धर्म ध्वजा अभी भी इसीलिए लहरा रही है क्योंकि हमारा समाज अपनी संवेदना और भावना से अभी भी ओत प्रोत है और दद्दा जी जैसे संत तथा नरोत्तम मिश्रा जैसे जन प्रतिनिधि इसे ऊंचा उठाए रखने में समाज की मदद कर रहे हैं।

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