राहुल गांधी के आदिवासी वनवासी को अलग बताने पर भड़की भाजपा
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 10 अक्टूबर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा वनवासी और आदिवासी को अलग-अलग बताने पर भाजपा ने उन्हें आडे हाथों लिया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भोपाल में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता का यह कहना बताता है कि कांग्रेस के खून में आज भी अंग्रेजों के जींस आज भी जीवित हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जो राहुल गांधी विदेशों में जाकर भारतमाता का अपमान करते हैं, वो आज शहडोल की सभा में हमारी जनजातीय भाइयों, वनवासियों, आदिवासी भाइयों को अलग बता रहे हैं। वो कहते हैं, ये इस जमीन पर पैदा नहीं हुए, बाहर से आए हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की यह सोच बताती है कि कांग्रेस के खून में अंग्रेजों के जींस आज भी जीवित हैं, इसीलिए कांग्रेस आज भी फूट डालो, राज करो की नीति पर चल रही है। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी ने शहडोल की नुक्कड़ सभा में किसी जनजातीय क्रांतिवीर का जिक्र करना उचित नहीं समझा, जिसने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी हो। उन्होंने आदिवासी भाईयों के उत्थान की कोई बात नहीं की, बस विभेद पैदा करने की कोशिश में लगे रहे। हमारे जनजातीय बंधुओं में विभाजन कैसे हो, इस प्रयास में लगे रहे और यही कांग्रेस का मूल चरित्र है। शर्मा ने कहा कि हमारे आदिवासी भाईयों की बात करते समय राहुल गांधी को यह याद रखना चाहिए कि देश में अलग जनजातीय मंत्रालय बनाने का काम स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार ने किया था। वहीं, आदिवासी भाईयों को अधिकार संपन्न और खुशहाल बनाने के लिए पेसा एक्ट लागू करने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी यह भूल गए कि राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू जी ने उसी शहडोल से पेसा एक्ट को लागू किया था, जहां पर वो आदिवासी भाईयों में भेद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। शर्मा ने कहा कि आने वाले चुनाव में प्रदेश की जनता और हमारे आदिवासी भाई कांग्रेस को कड़ा जवाब देंगे और उसके खून में मौजूद इस जींस को समाप्त कर देंगे।