यशोधरा ने चुनाव नहीं लड़ने का संकेत देकर सियासी हलचल मचाई
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 29 सितंबर। शिवराज सरकार की खेल एवं युवक कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने 2023 का विधानसभा चुनाव से किनारा करने का संकेत देकर सियासी हलचल मचा दी है। माना जा रहा है कि जिस तरह के फैसले बीजेपी नेतृत्व टिकटों को लेकर कर रहा है, उससे यशोधरा को टिकट का भरोसा नहीं था, इसलिए उन्होंने खुद चुनाव से हटने का संकेत दे दिया है।
शिवराज सरकार की पावरफुल कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे ने चुनाव नहीं लड़ने का संकेत देते हुए इसका कारण स्वास्थ्य खराब होना बताया है। यशोधरा जी का दावा है कि उन्होंने इस बारे में पार्टी को भी जानकारी दे दी है। यशोधरा राजे ने कहा कि मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं है। चार बार मुझे कोविड होने से स्वास्थ्यगत दिक्कत आई है।ऐसे में चुनावी भाग दौड़ मुझसे नहीं हो सकेगी, इसलिए मैं चुनाव नहीं लड़ सकती। उनके समर्थको का कहना है पार्टी ने उनसे अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह भी किया है। फिलहाल उन्होंने इस संबंध में पार्टी से साफ तौर पर यह कह दिया है कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगी।
यशोधरा राजे चुनाव मैदान से हटने का कारण भले ही स्वास्थ्यगत समस्याओं को बता रही हैं लेकिन सियासी चर्चाओं के अनुसार उन्होंने इस बार अपना टिकट कटने की संभावनाओं को देखते हुए यह फैसला लिया है। बताया जा रहा है कि भाजपा के चुनावी कमांडर माने जा रहे अमित शाह के पास जो सर्वे रिपोर्ट आई है उसमें यशोधरा राजे के शिवपुरी से जीतने में संदेह है। इस बारे में यशोधरा राजे को समय रहते बता दिया गया। वे जानती हैं कि अमित शाह के नेतृत्व वाली भाजपा उन जैसी पावरफुल नेत्री का टिकट काटने में भी गुरेज नहीं करेगी। इसलिए उन्होंने ससम्मान मैदान से हटने का फैसला लिया है। पिछले कुछ दिनों से लगातार उनकी गतिविधि विधानसभा क्षेत्र में कम हो रही थी और इसी के चलते कयास लगाए जा रहे थे कि यशोधर राजे सिंधिया चुनावी मैदान से किनारा कर सकती हैं। मुख्यमंत्री की दो सभाएं हुईं और दोनों सभाओं में ही यशोधरा राजे सिंधिया उपस्थित नहीं रहीं। जन आशीर्वाद रैली में भी यशोधरा राजे सिंधिया नदारद रहीं। यह सब इस बात का संकेत है कि वे पार्टी के इशारे पर बैकफुट पर जाने की तैयारी पहले से कर चुकी हैं। वैसे भी ज्योतिरादित्य सिंधिया का भाजपा में आ जाने के बाद बीजेपी में सिंधिया रियासत की राजकुमारी की अनिवार्यता नहीं रह गई है।