पुलिस की लाठियों से पीसीसी चीफ सहित कई घायल
भोपाल, 16 जनवरी। मप्र सरकार के मंत्री संजय पाठक के इस्तीफे मांग को लेकर प्रदर्शऩ कर रहे कांग्रेसियों को सीएम हाउस की तरफ जाने से रोकने के लिए पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। इसमें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव सहित कई कांग्रेसी घायल हो गए। प्रदर्शन और मुख्यमंत्री निवास के घेराव का ऐलान कांग्रेस की छात्र इकाई में एनएसयूआई ने किया था, लेकिन इसको सफल बनाने के लिए इसमें कांग्रेसी नेता भी शामिल हो गए।
कांग्रेस की छात्र इकाई भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने बहुत पहले नोटबंदी के मुद्दे पर प्रदर्शन का ऐलान किया था। इस बीच कटनी के हवाला कांड का मुद्दा मिल गया तो उसे इसमें जोड़ लिया गया और मुख्यमंत्री निवास के घेराव का ऐलान कर दिया गया। मामला बड़ा और सियासी होने के कारण कांग्रेस भी इसमें शामिल हो गई। इसी कड़ी में कांग्रेसी हवाला मामले में नाम आने के बाद विवादों में घिरे प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री संजय पाठक को पद से हटाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रास्ते में ही वाटर केनन का इस्तेमाल कर रोकने कोशिश की। लेकिन पुलिस भीड़ को आगे बढ़ने से नहीं रोक पा रही थी। इस बीच कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर न सिर्फ जूते चप्पल फेंकने शुरू कर दिए बल्कि पथराव भी शुरू कर दिया। इसके चलते पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। एक बार लाठी चार्ज शुरू हुआ तो पुलिस के जवानों ने जमकर लाठियां भांजीं। फिर तो पुलिस के आगे जो आया वही लाठी का शिकार हो गया। लाठीचार्ज से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव गंभीर रूप से घायल हो गए। उनके अलावा एनएसयूआई की राष्ट्रीय अध्यक्ष अमृता धवन, प्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेड़े, प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष मांडवी चौहान सहित कुछ कार्यकर्ता भी घायल हो गए। उन्हें एम्बुलेंस से जेपी हॉस्पिटल पहुंचाया गया। कार्यकर्ताओं ने वहां पहुंचकर भी हंगामा किया।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा जारी किये गये प्रेस बयान के अनुसार पुलिस के बर्बर लाठी चार्ज में अरूण यादव समेत तीन दर्जन से ज्यादा नेता और कार्यकर्ताओं को गंभीर चोटें आई हैं, जबकि एक सैकड़ा कार्यकर्ता और राहगीर भी पुलिस की बर्बरता के शिकार हुए। उधर, अरुण यादव की हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें हमीदिया रेफर किया। लेकिन प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी यादव को हमीदिया अस्पताल की बजाय पुराने चिरायु अस्पताल ले गए।
उधर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने एक कार्यकर्ता का फोटो वाट्सऐप पर शेयर करते हुए आरोप लगाया कि, पुलिस ने पीसीसी में भी घुसकर कार्यकर्ताओं को बुरी तरह पीटा। हालांकि कुछ तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि, कार्यकर्ताओं ने किस तरह पुलिस पर पथराव किया। पुलिसकर्मियों पर चप्पल फेंकी और उन्हें धकियाते हुए बैरिकेड्स पर चढ़े। कार्यकर्ताओं ने जब पुलिस के इंतजामों को धता बताते हुए आगे बढ़ने तथा पुलिस से भिड़ने की कोशिश की उसके बाद ही स्थितियां बिगड़ी और हालात बेकाबू हो गए।स