एमपी में मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना की ट्रेनें 14 सितंबर से फिर रवाना होंगी
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 21 अगस्त। मध्यप्रदेश सरकार की बहुचर्चित मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना सितंबर महीने से फिर शुरू होने जा रही है। धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग ने यात्रा का कार्यक्रम जारी कर दिया है। इस योजना के तहत सरकार न्यूनतम 60 साल के गैर आयकर दाता बुजुर्गों को निःशुल्क धार्मिक स्थलों की यात्रा कराती है। पहले विधानसभा चुनाव और फिर लोकसभा चुनाव के चलते काफी समय से इस योजना का क्रियान्वयन नहीं हो रहा था।
मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने साफ तौर पर कहा है कि पूर्ववर्ती सरकार की किसी भी योजना को बंद नहीं किया जाएगा। इसी कड़ी में पहले लाड़ली बहना योजना सहित शिवराज सरकार की अन्य जन हितैषी योजनाओँ को अमली जामा पहनाया गया और अब मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना को क्रियान्वित किया जा रहा है। धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार इस वर्ष तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत यात्रा 14 सितंबर से प्रारंभ होने जा रही है। इसमें प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों को 26 फरवरी 2025 तक देश के विभिन्न धार्मिक स्थलों की यात्रा सरकार द्वारा निशुल्क कराई जाएगी। इसके लिए 15 हजार से अधिक श्रद्धालुओं को चिह्नित किया जा रहा है। तीर्थ दर्शन योजना में इस बार वाराणसी (काशी), रामेश्वरम, मथुरा-वृंदावन, कामाख्या, अमृतसर, अयोध्या, द्वारका, जगन्नाथपुरी, शिर्डी और नागपुर जैसे धार्मिक स्थलों की यात्रा कराई जाएगी। योजना का लाभ प्रदेश के ऐसे वरिष्ठ नागरिक को मिलेगा जो आयकरदाता नहीं है और 60 वर्ष या इससे अधिक आयु के हैं। महिला तीर्थ-यात्रियों को न्यूनतम आयु में दो वर्ष की छूट दी गई है। यात्रा में कुल 20 ट्रेनें अलग-अलग स्थान से प्रारंभ होकर दो से तीन जिलों के यात्रियों के लेते हुए धार्मिक स्थल पर पहुंचेगी।
तीर्थ दर्शन यात्रा का कार्यक्रम
- 14 सितंबर को उज्जैन से वाराणसी (काशी), अयोध्या जाएगी और 19 सितंबर को लौटेगी।
- 21 सितंबर को रामेश्वरम के लिए रवाना होगी और 26 को वापसी होगी।
- 19 सितंबर को मथुरा-वृदावन के लिए मेघनगर से ट्रेन जाएगी और दो अक्टूबर लौटेगी।
- 13 अक्टूबर को उज्जैन से कामाख्या जाएगी और 18 अक्टूबर को वापस होगी।
- 21 अक्टूबर को इंदौर से अमृतसर के लिए रवाना होगी व 24 अक्टूबर को लौटेगी।
- 5 नवंबर को वाराणसी (काशी)-अयोध्या तीर्थ स्थल के लिए रवाना होकर 10 नवंबर को लौटेगी।
- 13 नवंबर को भोपाल से रामेश्वरम के लिए रवाना होगी जो 18 नवंबर को लौटेगी।
- 21 नवंबर को आठवीं ट्रेन रीवा से द्वारका के लिए रवाना होगी जो 26 नवंबर को वापस होगी।
- 29 नवंबर को ट्रेन वाराणसी (काशी)-अयोध्या जाएगी जो चार दिसंबर को लौटेगी।
- 7 दिसंबर को कटनी से द्वारका के लिए ट्रेन जाएंगी जो 12 दिसंबर को लौटेगी।
- 15 दिसंबर को सतना से रामेश्वरम के लिए ट्रेन जाएगी और 30 दिसंबर को लौटेगी।
- 23 दिसंबर को जगन्नाथपुरी खंडवा से ट्रेन रवाना होकर 28 दिसंबर को लौटेगी।
- 31 दिसंबर को बैतूल से कामाख्या के लिए ट्रेन जाएगी जो पांच जनवरी को वापस आएगी।
- 8 जनवरी को वाराणसी (काशी)-अयोध्या के लिए ट्रेन जाएगी और 13 जनवरी को लौटेगी।
- 16 जनवरी को छिंदवाड़ा से रामेश्वरम जाएगी जो 21 जनवरी को लौटेगी।
- 24 जनवरी को वाराणसी (काशी)-अयोध्या के लिए अनूपपुर से ट्रेन प्रारंभ होगी जो 29 जनवरी को वापस आएगी।
- 01 फरवरी को उमरिया से शिर्डी के लिए ट्रेन रवाना होगी, जो चार फरवरी को लौटेगी।
- 7 फरवरी को रामेश्वरम के लिए मुरैना से यात्रा प्रारंभ होगी जो 12 फरवरी को वापस आएगी।
- 15 फरवरी को यात्रा छतरपुर से द्वारका जाएगी और 20 को लौटेगी।
- 23 फरवरी को भिंड से नागपुर के लिए ट्रेन जाएगी और 26 को वापस होगी।