सिंधिया के गढ़ ग्वालियर में जमकर गरजीं प्रियंका गांधी

Jul 21, 2023

खरी खरी संवाददाता

ग्वालियर, 21 जुलाई। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी कभी कांग्रेस पार्टी में अपने सबसे विश्वस्त सहयोगी रहे ज्य़ोतिरादित्य सिंधिया के गढ़ ग्वालियर में जमकर गरजीं। उन्होंने सिंधिया के बजाय सीएम शिवराज सिंह चौहान और पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा, लेकिन सभा के पहले रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर जाकर सिंधिया के इतिहास को सियासत में बदलने का संकेत दे दिया।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का ग्वालियर दौरा उनके सिंधिया पर सियासी हमले से ज्यादा रानी झांसी की समाधि पर जाने को लेकर चर्चा में था। प्रियंका भी पूर्व तय कार्य़क्रम के अनुसार पहले रानी की समाधि पर पहुंची और पुष्पांजलि अर्पित की। प्रियंका ने रानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद ग्वालियर के मेला ग्राउंड पर आयोजित सभा में इसके कारण भी गिनाए। उन्होंने बताया कि वे क्यों रानी झांसी की समाधि पर गईं। प्रियंका ने सिंधिया राजघराने पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी दादी इंदिरा गांधी ने उन्हें रानी लक्ष्मीबाई की वीरता के खूब किस्से और कहानी सुनाई हैं। इसलिए आज वे ग्वालियर आने पर उस महान वीरांगना को नमन करने पहुंची। प्रियंका का संकेत साफ है कि सिंधिया ने अगर राजनीति में इतिहास को घसीटते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा तो वे खामोश नहीं रहेंगी। उन्हें राजनीति में इतिहास की घटनाओँ का जिक्र करके विरोधियों पर सियासी हमला करना आता है। प्रियंका गांधी ने राजनीति की मंझी हुई खिलाड़ी की तरह सिंधिया पर सिर्फ निशाना साधकर सिंधिया के गढ़ में सेध लगाने का संकेत दे दिया। उन्होंने सिंधिया पर बहुत ज्यादा हमले करने के बजाय एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान और देश के पीएम नरेंद्र मोदी पर ज्यादा निशाना साधा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 18 साल की सरकार में मुख्यमंत्री 22000 घोषणा कर चुके हैं, लेकिन 2000 घोषणाएं भी पूरी नहीं हुई हैं। उन्होंने भगवान महाकाल की मूर्ति को लेकर भी शिवराज सरकार पर निशाना साधा। प्रियंका ने कहा कि सरकार की नींव गलत रखी गई थी। सरकार नियत से चलती है मगर कमलनाथ सरकार को पैसों के दम पर गिरा दिया गया, इस प्रकार के कई आरोप प्रियंका ने शिवराज सरकार पर लगाए। प्रियंका ने अपने भाषण में साबित कर दिया कि वे मध्यप्रदेश की राजनीति में मंझी हुई खिलाड़ी है। उन्होंने जन आक्रोश रैली के मायने बताए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में जो महंगाई बढ़ी है, यहां पर गैस सिलेंडर, पेट्रोल-डीजल के दाम और सब्जियों के दाम तक आसमान पर पहुंच गए हैं। ऐसी स्थिति में लोगों के बीच जन आक्रोश है, इसीलिए जन आक्रोश रैली के माध्यम सरकार पर निशाना साधा गया।