संसद में नीट पर हंगामा, राहुल गांधी का माइक बंद करने का विपक्ष का आरोप
खरी खरी संवाददाता
नई दिल्ली, 28 जून। पेपर लीक जैसी घटनाओं को रोकने के लिए कानून बन जाने तथा नीट की परीक्षा में ग्रेस मार्क्स पाने वालों की दुबारा परीक्षा कराए जाने और उसमें करीब 48 फीसदी विद्यार्थियों के शामिल नहीं होने जैसी घटनाओँ के बाद भी नीट का शोरगुल थमने का नाम नहीं ले रहा है। संसद में नीट पर बवाल मचने के कारण जमकर हंगामा हुआ और सदन की कार्रवाई 1 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्ष ने नीट पर चर्चा की मांग करने पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का माइक बंद कर दिए जाने का आरोप लगाया।
देश में इस समय सबसे हाट इश्यू नीट की परीक्षा और उसमें हुई घपलेबाजी है। इससे संसद कैसे अछूती रह सकती है। संसद में सासंदो की शपथ, स्पीकर का चुनाव और राष्ट्रपति का अभिभाषण हो जाने के बाद विपक्ष शुक्रवार को नीट परीक्षा विवाद पर स्थगन प्रस्ताव की चर्चा कराने पर अड़ गया। विपक्ष NEET पर चर्चा की मांग को लेकर स्थगन प्रस्ताव लाया था। लोकसभा स्पीकर ने कहा कि नियमों के मुताबिक राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद के बीच स्थगन प्रस्ताव नहीं लाया जाता। जबकि राज्य सभा में 22 सांसदों के नोटिस को सभापति ने खारिज कर दिया।
- NEET मामले पर चर्चा की मांग के दौरान राज्यसभा में चेयरमैन जगदीप धनखड़ और नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच विवाद की स्थिति बनी। हंगामे के बीच खड़गे सभापति की आसंदी के पास पहुंच गए, जिस पर धनखड़ भड़क गए और कार्यवाही 2 बजे तक रोक दी।
- खड़गे सदन से बाहर आकर बोले कि यह चेयरमैन की गलती है। मैं उनका ध्यान खींचने के लिए अंदर गया था। लेकिन, तब भी वे नहीं देख रहे थे। वे केवल सत्ता पक्ष को देख रहे थे। नियमानुसार उन्हें मेरी तरफ देखना चाहिए, लेकिन उन्होंने जानबूझकर मुझे अनदेखा करके मेरा अपमान किया। तो मेरे लिए क्या बचा था? मुझे या तो अंदर जाना होगा या बहुत जोर से चिल्लाना होगा।
- प्रदर्शन कर रहीं कांग्रेस सांसद फूलो देवी नेताम को चक्कर आ गया। उन्हें संसद से हॉस्पिटल ले जाया गया। सदन में कार्यवाही जारी रही, लेकिन विपक्षी सांसद हॉस्पिटल चले गए। सेहत में सुधार होने पर फूलो को डिस्चार्ज कर दिया गया।
- सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा- NEET पर सरकार संवेदनशील और पूरी तरह से सतर्क है। शिक्षा मंत्री ने कहा है कि एक भी बच्चे के साथ अन्याय नहीं होने देंगे, लेकिन जब ये विषय सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है, विपक्ष क्या न्यायालय के विजडम से ऊपर समझते हैं। जब NTA चीफ को हटा दिया गया, जांच जारी है, मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है तो इस तरह का माहौल बनाने का क्या मतलब है।
- पूर्व पीएम देवेगौड़ा ने केंद्र सरकार का बचाव करते हुए कहा कि जांच पूरी होने तक आप संसद में NEET मुद्दे पर बहस नहीं कर सकते... सरकार ने अपना कर्तव्य निभाया है, जांच जारी है और जब तक यह पूरी नहीं हो जाती, मानव संसाधन विकास मंत्रालय कोई निर्णय नहीं ले सकता। मैं सभी से अनावश्यक हंगामा न करने की अपील करता हूं।"
राहुल गांधी का माइक बंद करने का आरोप
- लोकसभा की कार्यवाही की शुरुआत तो हुई, लेकिन महज 15 मिनट बाद ही इसे 12 बजे तक स्थगित कर दिया गया। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी से NEET पर चर्चा में शामिल होने की अपील की। लेकिन हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही रोकनी पड़ी। राहुल जब बोलने लगे तो उनकी आवाज नहीं आई, इस पर विपक्ष ने स्पीकर पर माइक बंद करने का आरोप लगाया। इस पर ओम बिरला ने कहा कि उनके पास माइक का बटन नहीं होता है। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर विपक्ष फिर नारेबाजी करने लगा, जिससे कार्यवाही 1 जुलाई तक स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा- बात सिर्फ आपातकाल की नहीं है। मैं याद दिलाना चाहता हूं कि जब भी वे सत्ता में आए, संविधान खतरे में था। जब राजीव गांधी सत्ता में आए, तो सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसला दिया और वो फैसला शरिया के खिलाफ लग रहा था, तब इस देश की संसद ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को रोक दिया और शरिया को संविधान से ऊपर रख दिया था।"