शराबबंदी के समर्थन में करोंड़ों की मानव श्रंखला
पटना। शराबबंदी और नशाबंदी के समर्थन में बिहार में आयोजित मानव श्रृंखला निर्माण कार्यक्रम में करोड़ों की संख्या में आम लोगों ने हिस्सा लिया। इसमें बड़ी संख्या महिलाओं की थी। राज्य सरकार द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में तीन करोड़ लोगों के शामिल होने का दावा सरकार की ओर से किया गया है। इसे विश्व की सबसे बड़ी मानव श्रृंखला बताया जा रहा है।
बिहार सरकार ने शनिवार को सवा बारह से एक बजे के बीच नशाबंदी और शराबबंदी के समर्थन में मानव श्रृंखला बनाने का कार्यक्रम आयोजित किया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आधिकारिक बयान के अनुसार 'मानव श्रृंखला के 11 हज़ार 400 किलोमीटर लंबे निर्धारित रूट पर लगभग तीन करोड़ लोग शामिल हुए। नीतीश कुमार ने कहा कि अब तक की सबसे लंबी मानी जाने वाली मानव श्रृंखलाएं नेपाल और बांग्लादेश में बनी थी लेकिन ये विरोध जताने के लिए थीं जबकि बिहार ने एक सकारात्मक विषय पर मानव श्रृंखला बनाकर इतिहास रचा है। बताया जा रहा है कि 11 हज़ार 400 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला में से 3316 किलोमीटर की मेन रूट की मानव श्रृंखलाएं अटूट थीं, जिसमें बिहार के सभी 48 ज़िलों के लोग शामिल हुए। बाकी क़रीब 8 हज़ार लंबी मानव श्रृंखलाएं सबरूट पर थीं जिसका एक सिरा मुख्य मानव श्रृंखला से जुड़ा था। महत्वपूर्ण बात यह रही कि इस कार्यक्रम में आम घरों की महिलाओं ने अपने आप हिस्सा लिया। शराबबंदी और नशाबंदी के समर्थन में बिहार सरकार का यह प्रयोग अनूठा और इतिहास रचने में सफल रहा।