लोकसभा चुनाव में मोदी की गारंटी बीजेपी की देश व्यापी कैंपेन थीम होगी
खरी खरी संवाददाता
नई दिल्ली, 7 जनवरी। एक महीने पहले तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा को बंपर जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाली मोदी की गारंटी अब लोकसभा चुनाव में पूरे देश में पार्टी की कैंपेन थीम होगी। पार्टी के बड़े नेताओं की दिल्ली में हुई बैठक में इस कैंपेन थीम को फाइनल करते हुए प्लान तैयार कर लिया गया है। पार्टी 15 जनवरी से फरवरी के अंत तक पूरे देश के सभी 543 लोकसभा क्षेत्रों में मोदी की गांरटी को जन जन तक पहुंचाने का अभियान चलाएगी। इसमें सत्तारूढ़ राज्यों में भी राज्य सरकार की अपनी उपलब्धियों की बजाय मोदी की गारंटी का प्रचार किया जाएगा।
भाजपा के बड़े वोट शेयर वाले उत्तर भारत के तीन राज्यों मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के विधानसभा चुनावों में पार्टी की बंपर जीत के लिए मोदी की गांरटी वाले नारे को सबसे महत्वपूर्ण फैक्टर माना जा रहा था। इसलिए तीनों राज्य सरकारों ने सत्ता संभालते ही मोदी की गांरटी पूरी करने का अभियान शुरू कर दिया है। इसके लिए तीनों मुख्यमंत्री लगातार जनता के बीच मोदी की गारंटी पूरी करने का दावा कर रहे हैं। प्रशासनिक बैठकों में भी अफसरशाही को मोदी की गारंटी वाली योजनाओं टाप प्रायरटी के आधार पर पूरी करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। अब 'मोदी की गारंटी' का यह नारा लोकसभा चुनाव में बीजेपी के प्रचार अभियान के प्रमुख विषयों में से एक होने जा रहा है। भाजपा के रणनीतिकारों ने पार्टी के चुनावी वादों और भारत के प्रति उसके दृष्टिकोण को 'मोदी की गारंटी' के नारे के तहत लोगों तक पहुंचाने की रणनीति हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों के पहले बनाई थी। इसका उपयोग विधानसबा चुनावों में किया गया जो बेहद सफल रहा। इसलिए अब इसे लोकसभा चुनाव की कैंपेन थीम बनाया जा रहा है। भाजपा की रणनीति लोकसभा चुनावों की घोषणा के पहले मोदी के गारंटी के स्लोगन को सभी 543 लोकसभा क्षेत्रों के लोगों तक एक नैरेटिव के रूप में पहुंचाने की है। इसके लिए 15 जनवरी से अभियान शुरू होने जा रहा है। पार्टी के सभी प्रमुख केंद्रीय नेता और सत्तारूढ़ राज्यों के चुने हुए मुख्यमंत्री इस देश व्यापी अभियान का हिस्सा होंगे। प्रदेशों में यह जिम्मेदारी राज्य सरकारों के मंत्रियों तथा प्रमुख नेताओं को सौंपी जाएगी। इस बार भी कैंपेन में सबसे छोटी इकाई पन्ना प्रमुख की भूमिका अहम होगी। सब मिलकर पार्टी का वोट शेयर पचास फीसदी से अधिक करने के लक्ष्य के लिए काम करेंगे।