लैंड फॉर जॉब स्कैम केस में लालू यादव के परिवार की मुश्किलें बढ़ीं
खरी खरी डेस्क
नई दिल्ली,10 मार्च। बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के परिवार पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है। लालू यादव के रेलमंत्री कार्यकाल में नौकरी के बदले जमीन देने के कथित भ्रष्टाचार मामले में यह कार्रवाई की जा रही है। लालू का परिवार भाजपा सरकार पर परेशान करने का आरोप लगा रहा है।
लालू यादव से जुड़े लैंड फॉर जॉब स्कैम केस में प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को दिल्ली, मुंबई और पटना में कई जगहों पर छापेमारी की। जानकारी है कि ईडी की टीम ने दिल्ली में 15 जगहों पर रेड मारी है, जिसमें लालू यादव की बेटियों के घर पर शामिल हैं। इसी के साथ पटना में आरजेडी के पूर्व विधायक के अबू दोजाना के घर पर भी ईडी की टीम पहुंची है और छापेमारी जारी है। पूर्व विधायक अबू दोजाना पेशे से बिल्डर हैं। जमीन के बदले नौकरी मामले में लालू यादव की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अभी दो दिन पहले सीबीआई की टीम ने लालू यादव से दिल्ली में पूछताछ की थी। वहीं शुक्रवार को ईडी ने दो राज्यों में छापेमारी कार्रवाई की है। जानकारी है कि लालू यादव की तीन बेटियों के घर भी रेड की गई है। हेमा, रागिनी और चंदा का घर दिल्ली में है। ईडी ने न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में बिहार के उप मुख्यमंत्री और लालू यादव के पुत्र तेजस्वी यादव के घर भी छापा मारा है। सूत्रों से ये भी पता चला है कि ईडी की टीम लालू यादव के परिवार के सदस्यों से पूछताछ भी कर रही है। जमीन के बदले नौकरी के मामले में जितने भी लोग शामिल हैं, ईडी सभी से पूछताछ कर रही है।यह मामला लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान उनके परिवार को तोहफे में जमीन दे कर या जमीन बेचने के बदले में रेलवे में कथित तौर पर 'ग्रुप-डी' की नौकरी दिए जाने से संबंधित है। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि कुछ लोगों को मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में स्थित रेलवे के विभिन्न जोन में 2004-2009 के दौरान ग्रुप-डी पदों पर नियुक्त किया गया और इसके बदले में उन लोगों ने या उनके परिवार के सदस्यों ने लालू यादव और एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के नाम पर अपनी जमीन दी। बाद में इस कंपनी का स्वामित्व प्रसाद के परिवार के सदस्यों ने अपने हाथ में ले लिया था।