मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मारी, 15 की मौत 60 घायल
खरी खरी संवाददाता
नई दिल्ली, 17 जून। पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन के पास सोमवार को भीषण ट्रेन हादसा हुआ। सियालदाह जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस (13174) को पीछे से मालगाड़ी ने टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में 15 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 60 लोग घायल हैं।
बिहार-बंगाल की सीमा के पास हुए इस रेल हादसे में कंजनजंगा एक्सप्रेस के तीन डिब्बे बेपटरी हो गए। तीन बोगियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक रॉय ने कहा कि स्थिति अभी गंभीर है। हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई और 60 से ज्यादा घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। यात्रियों का कहना है कि हमलोग ट्रेन में बैठकर बातचीत कर रहे थे। अचानक पीछे से तेज झटका लगा। जब तक कुछ समझ पाते ट्रेन में भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। यात्रियों के चीखने चिल्लाने की आवाज जा रही थी। इसके बाद हमलोगों ने बाहर निकलकर देखा तो ट्रेन की तीन बोगियां क्षतिग्रस्त हो गई थीं। कंचनजंगा एक्सप्रेस 16 जून को सुबह 8:15 बजे यात्रियों से भरी हुई सामग्री के साथ अगरतला रेलवे स्टेशन से सियालदह के लिए रवाना हुई। ट्रेन में 23 कोच थे, जिनमें 21 यात्री कोच और 2 वीपी पार्सल कोच शामिल थे।
रेल मंत्री ने दुर्घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया
हादसे के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस रेल दुर्घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा, "एनएफआर जोन में दुर्भाग्यपूर्ण हादसा। बचाव कार्य जारी है। रेलवे, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ एकसाथ मिलकर काम कर रहे हैं। घायलों को अस्पताल में पहुंचाया जा रहा है। वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं।" रेल मंत्री दुर्घटना स्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। सड़क बड़े वाहनों के चलने के लिहाज से संकरी होने के कारण रेल मंत्री को दुर्घटना स्थल तक पहुंचने के लिये कुछ दूरी मोटरसाइकिल के पीछे बैठकर तय करनी पड़ी। वैष्णव ने कहा, अभी हमारा फोकस मरम्मत पर है। यह मुख्य लाइन है। बचाव अभियान पूरा कर लिया गया है। यह राजनीति करने का समय नहीं है।
विपक्ष का सरकार पर हमला
हादसे पर विपक्ष ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने इसे घोर लापरवाही का नतीजा बताया। इस हादसे को लेकर कांग्रेस नेताओं ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेताओं ने अनुसार यह केंद्र सरकार के घोर कुप्रबंधन का नतीजा है। खरगे ने कहा कि मोदी सरकार ने रेल मंत्रालय को कैमरे से संचालित होने वाले मंच में बदल दिया है। आज का हादसा इस स्याह सच की बानगी पेश करता है। उधर ममता बनर्जी का कहना है कि केंद्र सरकार को यात्रियों की नहीं बल्कि चुनाव की चिंता है।