मध्यप्रदेश के युवा गायकों को मिलेगा राज्य स्तरीय किशोर कुमार सम्मान
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 11 जनवरी। मध्यप्रदेश शासन का संस्कृति विभाग प्रख्यात गायक एवं हरफनमौला कलाकार किशोर कुमार की स्मृति में अब एक लाख रुपए का राज्य स्तरीय किशोर कुमार सम्मान भी देगा। यह सम्मान मध्यप्रदेश के मूल निवासी युवा गायकों को दिया जाएगा। अभी विभाग द्वारा दो लाख रुपए का राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान दिया जाता है। राज्य स्तरीय किशोर कुमार सम्मान के लिए प्रवृष्टियां 20 जनवरी तक आमंत्रित की गई हैं।
पहली बार संस्कृति विभाग प्रदेश के मूल निवासी युवा गायकों को राज्य स्तरीय किशोर कुमार सम्मान देने जा रहा है। यह सम्मान सिनेमा और संगीत के क्षेत्र में सक्रिय मध्य प्रदेश के युवा कलाकारों को संरक्षण संवर्धन और प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से दिया जा रहा है। यह सम्मान संस्कृति विभाग से सम्बद्ध मप्र संस्कृति परिषद की इकाई उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी द्वारा दिया जाएगा। सम्मान के लिए युवाओं से 20 जनवरी तक प्रवृष्टियां बुलाई गईं हैं। सम्मान के लिए आवेदन करने वाले कलाकारों को अपने गाए दो फिल्मी गाने बिना संगीत के और एक गाना संगीत के साथ पेन ड्राइव में भेजना होगा। कोई भी गाना भारतीय फिल्मों में गाया हुआ ही होना चाहिए। आवेदन के साथ हिंदी में बायोडाटा भी देना होगा। आवेदक की उम्र 18 से 35 साल होनी चाहिए और मप्र का मूल निवासी होना चाहिए। उसे कम से कम पांच साल का मंचीय अनुभव भी होना चाहिए। आवेदन के साथ 500 रुपए शुल्क भी जमा करना होगा।
किशोर कुमार प्रख्यात पार्श्व गायक एवं हरफनमौला कलाकार थे। वे मध्यप्रदेश के खंडवा के रहने वाले थे। उन्होंने सिनेमा के क्षेत्र में अपनी बहुआयामी प्रतिभा का परिचय देते हुए न सिर्फ भारत, बल्कि विश्व के अनेक देशों में जो जगह बनायी उससे न सिर्फ यश स्थापित हुआ, बल्कि मध्यप्रदेश के गौरव में श्रीवृद्धि हुई। उन्हीं की स्मृति में मप्र शासन के संस्कृति विभाग ने राष्ट्रीय किशोर कुमार सम्मान स्थापित किया है। यह सम्मान सिनेमा के क्षेत्र में निर्देशन, अभिनय, पटकथा तथा गीत लेखन में सक्रिय फिल्मकारों को दिया जाता है। इस सम्मान के अंतर्गत दो लाख रुपये की राशि और सम्मान पट्टिका भेंट की जाती है। यह 1997 से प्रदान किया जा रहा है। पिछले साल इस सम्मान के लिए जाने माने निर्देशक प्रियदर्शन और अपने जमाने की प्रख्यात अभिनेत्री वहीदा रहमान को चुना गया था।