पांचवे चरण के लिए प्रचार थमा, राजनाथ, राहुल, स्मृति की सीटें भी शामिल
खरी खरी संवाददाता
नई दिल्ली, 18 मई। लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण का प्रचार अभियान शनिवार की शाम थम गया। इस चरण में आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों पर 20 मई को वोटिंग होना है। सबसे अधिक 14 सीटें उत्तरप्रदेश की हैं। इस चरण में कुल 696 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें राजनाथ सिंह, राहुल गांधी, स्मृति ईरानी, उमर अबदुल्ला की हाई प्रोफाइल सीटें भी शामिल हैं।
लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए वोटिंग की तैयारी पूरी हो गई है। शनिवार की शाम प्रचार अभियान थमने के साथ ही प्रत्याशियों ने वोटिंग बढ़ाने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया। इस चरण में आठ राज्य और केंद्र शासित प्रदेश की 49 सीटों के लिए वोटिंग होगी। कुल 695 उम्मीदवार इस फेज में चुनाव मैदान में हैं। पांचवें चरण के लिए जिन उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर है उनमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रुड़ी, लोकजनशक्ति पार्टी के चिराग पासवान समेत कई अन्य हाई-प्रोफाइल चेहरे भी शामिल हैं।
पांचवें चरण के हाईप्रोफाइल प्रत्याशी
राजनाथ सिंह- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश की लखनऊ लोकसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी हैं। उनके सामने सपा ने रविदास मेहरोत्रा को अपना उम्मीदवार बनाया है। मंत्री रह चुके मेहरोत्रा फिलहाल लखनऊ मध्य विधानसभा सीट से सपा के विधायक हैं। बसपा ने लखनऊ में सरवर मलिक को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट से 2019 में राजनाथ सिंह जीते थे। यहां 2019 में 54.78% मतदान दर्ज हुआ था।
राहुल गांधी- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपने परिवार की पंरपरागत सीट रायबरेली से प्रत्याशी हैं। यह सीट सिर्फ उत्तरप्रदेश नहीं बल्कि प्रदेश की चर्चित सीटों में शामिल है। यह उत्तरप्रदेश की इकलौती सीट है जिस पर 2019 में कांग्रेस को जीत हासिल हुई थी। कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में सोनिया गांधी यहां से जीती थीं। इस बार सोनिया गांधी के स्थान पर राहुल को रायबरेली से प्रत्याशी बनाया गया है जो पिछली बार अमेठी सीट से चुनाव हार गए थे। कांग्रेस ने काफी इंतजार के बाद रायबरेली से राहुल गांधी को चुनाव मैदान उतारा है। भाजपा ने यहां दिनेश प्रताप सिंह को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। एमएलसी दिनेश प्रताप फिलहाल योगी सरकार में मंत्री हैं। वे 2019 के चुनाव में भी रायबरेली से भाजपा के प्रत्याशी थे। पिछले चुनाव में यहां 54.08% मतदान हुआ था।
स्मृति ईरानी- केंद्रीय मंत्री और अमेठी की मौजूदा सांसद स्मृति ईरानी एक बार फिर भाजपा के टिकट पर अमेठी से मैदान में हैं। उन्होंने पिछली बार इस सीट पर राहुल गांधी को हराकर ऐतिहासिक सफलता हासिल की थी। इस बार कांग्रेस ने नामांकन के आखिरी दिन गांधी परिवार के करीबी केएल शर्मा को उम्मीदवार बनाया। बसपा ने यहां नन्हे सिंह चौहान को अपना उम्मीदवार बनाया है। पिछले चुनाव में यहां 54.08% लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।
चिराग पासवान- भारत की गठबंधन राजनीति में मील का पत्थर बन गए स्वर्गीय रामविलास पासवान के पुत्र और उनकी पार्टी लोजपा (आर) के मुखिया चिराग पासवान के प्रत्याशी होने के कारण बिहार की हाजीपुर लोकसभा सीट हाई प्रोफाइल सीट हो गई है। यह सीट एनडीए गठबंधन के बंटवारे में लोजपा को मिली है।
राजद ने हाजीपुर सीट पर शिवचंद्र राम को टिकट दिया है। शिवचंद्र विधायक और बिहार सरकार में मंत्री रह चुके हैं। लोकसभा चुनाव 2019 में हाजीपुर सीट पर लोजपा से पशुपति पारस ने जीत दर्ज की थी। पिछले चुनाव में यहां 55.26% मतदान हुआ था।
उमर अब्दुल्ला- कश्मीर की बारामुला सीट से प्रदेश के पूर्व सीएम उमर अबदुल्ला के प्रत्याशी होने के कारण देश की हाई प्रोफाइल सीट हो गई है।
इसके चलते इस समय कश्मीर की वादियों में पहाड़ों पर भले ही बर्फ गिर रही है लेकिन यहां का सियासी पारा गर्म है। उमर के सामने महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी से फैयाज अहमद हैं। पिछले चुनाव में यह सीट नेशनल कॉन्फ्रेंस के अकबर लोन ने जीती थी। 2019 के चुनाव में यहां 34.6% मतदान दर्ज किया गया था।