परेशान होकर सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गए कांग्रेस विधायक
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 18 जनवरी। कांग्रेस में मची अंर्तकलह आज उस समय खुलकर सामने आ गई जब सत्तारूढ़ पार्टी के एक वरिष्ठ विधायक मुन्नालाल गोयल अपनी मांगों को लेकर विधानसभा के सामने धरने पर बैठ गए।
ग्वालियर जिले के ग्वालियर पूर्व से विधायक मुन्नालाल गोयल अपनी पूर्व घोषणा के अनुसार सुबह विधानसभा भवन पहुंचे, लेकिन अवकाश का दिन होने के कारण उन्हें गांधी प्रतिमा तक धरना देने के लिए नहीं जाने दिया गया। इस पर गोयल ने पैदल भवन परिसर में जाकर गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उसके बाद वे विधानसभा के मुख्य द्वार पर दरी बिछाकर धरना देने बैठ गए। उनके साथ उनके कईआ समर्थक भी थे। उन्होंने कहा कि सरकार बनाने के लिए पार्टी ने जनता से कई वायदे किए थे। उन्हें वचन पत्र कहा गया था और वचनों को हर हाल में पूरा करने का वायदा किया गया था, लेकिन एक साल भी वायदे पूरे नहीं हो पाए, इससे विधायकों को अपने क्षेत्र में परेशानी हो रही है।
गोयल ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की विधायकों के साथ संवादहीनता के कारण यह स्थिति बन रही है। इसके चलते अधिकारी भी विधायकों की नहीं सुनते हैं। मुख्यमंत्री सचिवालय के प्रमुख सचिव जनप्रतिनिधियों के साथ खराब व्यवहार करते हैं। ग्वालियर के अधिकारी विधायकों के साथ अनुचित व्यवहार करते हैं। इस कारण सत्तारूढ़ दल का होने के बाद भी विधायक परेशान हैं। इसलिए सांकेतिक धरने का सहारा लेना पड़ रहा है।?
कांग्रेस सरकार के खिलाफ उसके कई विधायक मोर्चा खोले हैं। लेकिन पहली बार कोई विधायक धरने पर बैठा है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुआ गोयल का धरना भले ही सांकेतिक था, लेकिन कई सवाल खड़े कर गया है। अगर यही स्थिति बनी रही है तो सरकार को अपनी ही लोगों के मोर्चों से जूझना बड़ी चुनौती बन जाएगा।