छत्तीसगढ़ की गर्वनर बनीं छिंदवाड़ा की अनुसुइया उइके
खरी खरी डेस्क
नई दिल्ली, 16 जुलाई। मध्यप्रदेश निवासी अनुसूचित जनजाति वर्ग की राजनेता अनुसुइया उइके को छत्तीसगढ़ का राज्यपाल बनाया गया है। इसके साथ ही आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और गुजरात में नए राज्यपालों की नियुक्ति हुई है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नए राज्यपालों की नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं।
छत्तीसगढ़ की राज्यपाल बनाई गई अनुसुइया उइके ने मूलत: छिंदवाड़ा जिले की रहने वाली हैं। उन्होंने राजनीति कांग्रेस के साथ शुरू की थी। अर्जुन सिंह ने बहुत कम उम्र में अनुसुइया को अपनी कैबिनेट में संसदीय सचिव बनाया। कम उम्र में हुई इसी सियासी नियुक्ति से वे काफी चर्चा में आ गईं। वक्त बदलने के साथ वे कांग्रेस में हासिए पर चली गईं और अंतत: उन्होंने कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा ने उन्हें न सिर्फ मध्यप्रदेश से राज्यसभा में भेजा बल्कि राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की उपाध्यक्ष भी बनाया। अब तक मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के पास छत्तीसगढ़ का अतिरिक्त प्रभार था।
आंध्रप्रदेश के राज्यपाल बनाए गए 84 वर्षीय हरिचंदन ओडिशा के चिल्का और भुवनेश्वर विधानसभा क्षेत्र से पांच बार विधायक रहे हैं। उन्होंने अपना राजनीतिक सफर 1971 में जनसंघ के साथ शुरू किया था। इसके बाद वह 1977 में जनता पार्टी के गठन तक जनसंघ के आंध्र प्रदेश के महासचिव भी रहे। इसके अलावा वह जनसंघ के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य भी रहे। हरिचंदन 1980 से 1988 तक प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष भी रहे। वह 1988 में जनता पार्टी में शामिल हो गए और पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे। इसके बाद उन्होंने अप्रैल 1996 में फिर बीजेपी ज्वाइन कर ली। वह तब से लगातार बीजेपी में ही हैं। वह 2004 में आंध्र प्रदेश की बीजेडी-बीजेपी गठबंधन सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर भी रहे।
राष्ट्रपति ने सोमवार को भी दो राज्यों के राज्यपालों को बदल दिया था। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत का तबादला कर उन्हें गुजरात का राज्यपाल बनाया गया। साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया। इससे पहले ओपी कोहली गुजरात के राज्यपाल थे। ओपी कोहली का कार्यकाल खत्म हो रहा है, शनिवार को उन्हें अहमदाबाद में विदाई दी गई।