चार इमली चौहत्तर बंगले का मूड ही नहीं भांप पाई इंटेलीजेंस
सुमन
भोपाल, 28 मई। लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में कांग्रेस की करारी पराजय के बाद प्रदेश के मुख्य मंत्री और प्रदेश कांग्रेस के चीफ कमलनाथ ने चुनाव पूर्व सटीक जानकारी नहीं दे पाने पर सरकार के वरिष्ठ अफसरों की जमकर क्लास ले डाली। विशेषकर पुलिस और प्रशासन के इंटेलीजेंस से जुड़े महकमों के अफसरों और कर्मचारियों पर काफी गुस्सा उतरा। अधिकारी अपने बचाव में भले तमाम तर्क देते रहें लेकिन हकीकत यह है कि यह महकमा अपनी ही बिरादरी के लोगों के मन की बात ही नहीं जान सका, तब आम मतदाता के मन की बात कैसे जाना पाता। मध्यप्रदेश की टाप नौकर शाही भोपाल के जिस चार इमली और चौहत्तर बंगला इलाकों में रहती है, वहां के मतदान केंद्रों पर भाजपा ने कांग्रेस से कई गुना ज्यादा वोट हासिल किए है। चार इमली के बूथ क्रमांक 254 पर बीजेपी को 483 और कांग्रेस को 220 वोट मिले। चार इमली के ही बूथ क्रमांक 255 पर कांग्रेस को 195 और बीजेपी को 343 वोट मिले। वहीं चौहत्तर बंगला के बूथ क्रमांक 157 पर कांग्रेस को 132 और बीजेपी को 297 वोट मिले। इन तीन बूथों पर प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी तथा मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सहित लगभग 90 फीसदी प्रमुख सचिव, सचिव, एडीजीपी तथा अन्य मतदाता हैं। यह इलाका भोपाल दक्षिण पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में आता है, जहां कांग्रेस को करीब 45 हजार वोटों से पराजय का सामना करना पड़ा। इस इलाके में करीब 70 फीसदी मतदाता राज्य शासन के कर्मचारी अधिकारी हैं। यहां विधानसभा में कांग्रेस के पीसी शर्मा जीते थे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जो इंटेलीजेंस अपनी बिरादरी के मन की थाह नहीं ले सकी, वह प्रदेश के आम मतदाता के मन की थाह कैसे ले पाती।