क्रीमी लेयर को लेकर आरक्षण के मुद्दे पर भारत बंद का मिला जुला असर

Aug 21, 2024

खरी खरी डेस्क

नई दिल्ली, 21 अगस्त। एससी-एसटी के आरक्षण में क्रीमी लेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ आयोजित भारत बंद का असर देश के अधिकांश राज्यों मे बहुत प्रभावी नहीं रहा। बंद का असर बिहार में सबसे ज्यादा देखने को मिला। पुलिस ने लाठीचार्ज के दौरान अनजाने में एसडीएम को भी पीट दिया। मध्यप्रदेश में बंद का कोई विशेष प्रभाव नहीं रहा।

बिहार में बंद का व्यापक असर

बंद का बिहार में भारी असर दिखा। बिहार में प्रदर्शनकारियों ने रेल और सड़क जाम कर दी। दरभंगा और बक्सर रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों की आवाजाही बाधित रही। राजधानी पटना, वैशाली, दरभंगा, जहानाबाद और बेगूसराय में कई स्थानों पर राजमार्गों पर यातायात बंद रहा। इस दौरान अलग-अलग जगहों पर पुलिस को लाठीचार्ज और पानी की बौछार करनी पड़ी।

मप्र में बंद का विशेष असर नहीं

भारत बंद का मध्‍य प्रदेश में कोई विशेष प्रभाव नहीं देखा गया। इंदौर और भोपाल में आम दिनों की तरह ही दुकानें खुली रहीं।। इंदौर में भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। मप्र के कुछ शहरों में रैली और प्रदर्शन के आयोजन जरूर हुए। आमतौर पर सभी जगह हालात सामान्‍य हैं। ग्वालियर में बसपा के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर बाजार बंद कराने के प्रयास किए।जबलपुर में गोंड आदिवासी बहुजन समाज पार्टी, समेत कई संगठनों ने रैलियां निकाली और जमकर नारेबाजी की। अंबेडकर चौक से शुरू हुई रैलियां शहर के मुख्य चौराहे मालवीय चौक पर आकर खत्म हुई। भारत बंद के दौरान कुछ दुकानों को बंद करवाने को लेकर उज्‍जैन में दुकानदारों और कार्यकर्ताओं के बीच बहस और झूमाझटकी के हालात भी बने।

भारत बंद का झारखंड में असर

झारखंड में भारत बंद का मिलाजुला असर रहा। बंद की वजह से लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। सार्वजनिक परिवहन की बसें सड़कों पर नहीं दिखीं। स्कूल बंद रहे। बंद की वजह से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपना पलामू का दौरा रद्द कर दिया। झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और आरजेडी ने बंद को समर्थन दिया। वामपंथी दल भी बंद के समर्थन में उतरे।

गुजरात में भारत बंद का असर

गुजरात के दलित और आदिवासी इलाकों में भारत बंद का असर देखने को मिला। सुरेंद्रनगर, छोटा उदयपुर, नर्मदा, साबरकांठा और अरावली जिले के आदिवासी और दलित बहुल इलाकों में बंद का असर दिखा। यहां बाजार बंद रहे। सुरेंद्रनगर जिले के वाधवन में प्रदर्शनकारियों ने मालगाड़ी रोक दी। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस मौके पर पहुंची। प्रदर्शनकारियों ने अरावली जिले के भिलोदा और शामलाजी में सड़कों पर जाम लगा दिया।

उत्तर प्रदेश में बंद का मामूली असर

उत्तर प्रदेश में भारत बंद का मामूली असर देखने को मिला। राज्य के कई हिस्सों में दलित संगठनों ने जुलूस निकाले। राज्य में ज्यादातर दुकानें खुली रहीं। बसपा और सपा ने बंद का समर्थन किया। लखनऊ में हजरतगंज और आस-पास के कुछ प्रमुख मार्गों पर लोग प्रदर्शन के लिए एकत्र हुए। इस वजह से यातायात प्रभावित हुआ। हालांकि, दुकानें और बाजार खुले रहे। प्रयागराज, आगरा, कानपुर, उन्नाव, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, मथुरा, हाथरस, संभल, जालौन, इटावा, और गोरखपुर समेत कई अन्य जिलों में प्रदर्शन हुआ। हालांकि, कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने बिजनौर, सहारनपुर और आसपास के जिलों में विरोध मार्च निकाला।

पंजाब और हरियाणा में भारत बंद असर

भारत बंद का पंजाब और हरियाणा में खास असर नहीं दिखा, दुकानें भी खुली रहीं। कुछ स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए। पंजाब के फगवाड़ा में बाजार खुले रहे। कुछ शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखा गया। कुछ संगठनों के कार्यकर्ताओं ने गुरु हरगोबिंद नगर में आंबेडकर पार्क से फगवाड़ा में ओवरब्रिज के अंडरपास तक मार्च निकाला। जालंधर में भी विरोध मार्च निकाला गया। लुधियाना में दुकानें और स्कूल खुले रहे। होशियारपुर जिले में स्थिति सामान्य रही। सभी शैक्षणिक संस्थान खुले रहे। बसपा और कुछ दलित संगठनों के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय बस अड्डे के पास विरोध प्रदर्शन किया। हरियाणा के हिसार में लोगों ने क्रांतिमान पार्क से मिनी सचिवालय तक विरोध मार्च निकाला। अंबाला में बंद का कोई खास असर नहीं दिखा।