ओलंपिक और विनेश का संयोग नहीं बैठ रहा, पहले भी हो चुकी हैं ऐसी ही गड़बड़ियां
खरी खरी संवाददाता
नई दिल्ली, 7 अगस्त। पेरिस ओलंपिक में देश की गोल्डन उम्मीद बन गईं महिला पहलवान विनेश फोगाट पदक की दौड़ से ही बाहर कर दी गईँ। अपने वर्ग में फाइनल तक पहुंच गई विनेश 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण डिसक्वालीफाइड करार दे दी गईं। इससे गोल्ड मेडल के दरवाजे पर खड़ी निवेश किसी भी पदक लायक नही रही हैं। इसे निवेश की बदकिस्मती कहें या फिर मिसमैनेजमेंट इस तरह की गड़बड़ियां उनके साथ पहले भी हो चुकी हैं।
सभी मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन करने वाली निवेश और ओलंपिक का शायद संयोग नहीं बैठ रहा है। विनेश फोगाट के साथ 2016 के रियो ओलंपिक के समय भी इसी तरह की घटना हुई थी। रियो ओलंपिक के लिए फर्स्ट वर्ल्ड ओलंपिक क्वालिफाइंग इवेंट में निवेश 48 किलो वर्ग में हिस्सा ले रही थीं। निवेश 400 ग्राम अधिक वजन के कारण क्वालीफाइंग मुकाबले में ही डिसक्वालीफाई हो गईं। इस तरह रियो ओलंपिक में भारत ने 48 किलो वर्ग में कोई खिलाड़ी भेजने का मौका गंवा दिया था। इसके बाद विनेश ने रियो ओलंपिक में एक दूसरे वर्ग में भाग लिया। इसमें उसने शानदार प्रदर्शन किया लेकिन एक मैच के दौरान उसके घुटने में गंभीर चोट आ गईं और इस तरह उस ओलंपिक में भी विनेश से भारत की उम्मीद टूट गई। विनेश 2021 के टोक्यो ओलंपिक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाईं और वह टूर्नामेंट के दूसरे दौर में ही बाहर हो गईं। अब पेरिस ओलंपिक में विनेश 50 किलोग्राम वर्ग मे प्रतिभागी थीं। वे शानदार प्रदर्शन करते हुए वे फाइनल में जा पहुंची। इस मुकाबले में वे अगर हार भी जातीं तो भी सिल्वर मेडल मिलता, लेकिन 100 ग्राम वजन अधिक हो जाने से फाइनल मुकाबले में वे डिसक्वालीफाई हो गईं और मुकाबले से बाहर कर दी गईं। डिसक्वालीफाई घोषित होने के कारण किसी भी पदक के योग्य नहीं माना गया। इससे करोड़ों देशवासियों की उम्मीदों पर पानी फिर गया, जो विनेश के फाइनल मुकाबले के जश्न की तैयारी किए बैठे थे।