एमपी में आतंकियों ने ट्रेन में किया विस्फोट
भोपाल, 7 मार्च। मध्यप्रदेश में आतंकी घुसपैठ की आशंकाओँ को बल देने वाली एक घटना में आज शुजालपुर के निकट एक पैसेंजर ट्रेन की बोगी को बम ब्लास्ट से उड़ाने की कोशिश की गई। भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन क्रमांक 59320 में हुआ यह विस्फोट लो डेंसिटी का था, इसलिए पूरी बोगी नहीं उड़ी बल्कि कांच टूट गए और छेद हो गए। हादसे में करीब 9 यात्री घायल हो गए। इसमें दो की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें भोपाल रेफर किया गया।
ट्रेन पर आतंकी हमले की यह वारदात भोपाल से करीब 70 किमी दूर जाबड़ी स्टेशन के निकट सुबह करीब 10 बजे हुई। पहले पुलिस और रेल प्रशासन इसे सामान्य घटना मानते रहे, लेकिन बाद में तमाम तथ्य मिलने पर इसे आंतकी साजिश बताया गया। पुलिस के आला अफसरों ने माना कि विस्फोट एलईडी बम से किया गया था। विस्फोट में उपयोग हुए बम में नाइट्रेट कंपाउंड था और जिस बोगी में विस्फोट हुआ उसमें एक थैले में रखा गया था। विस्फोट के लिए ट्रिगर का इस्तेमाल किया गया था। आतंकियों की साजिश पूरी बोगी को उड़ाने की थी, लेकिन बम की लो डेंसिटी के चलते ऐसा नहीं हो पाया। प्रदेश के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने माना कि इसके तार भोपाल में सिमी के जेल ब्रेक और एनकाउंटर से जुड़े हो सकते हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के निर्देश पर प्रदेश के डीजीपी तथा एडीजी रेल और एडीजी इंटेलीजेंस भी घटना स्थल पर पहुंच गए।
इस घटना के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट कर दिया गया और पिपरिया के पास बस में सवार तीन संदिग्ध लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है। ये तीनों भोपाल के नादरा बस स्टैंड से सवार हुए थे। संदिग्धों के पास से पुलिस ने दो बैग भी बारमद किए है, जिसमें संदिग्ध सामान होने की सूचना मिली है। भोपाल से आ रही बस को पिपरिया पुलिस ने चेतक टोल नाके के पास रोक लिया। मौके पर पहुंची दो थानों की पुलिस ने घेराबंदी कर 3 संदिग्ध लड़कों को हिरासत में लिया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पकड़े गए संदिग्धों का ट्रेन विस्फोट में हाथ हो सकता है। हालांकि, पुलिस इस मामले को लेकर कुछ भी कहने से अभी इंकार कर रही है।
ट्रेन में विस्फोट की इस घटना स प्रदेश के पुलिस प्रशासन को सकते में डाल दिया है। पुलिस के आला अफसर केंद्र की तमाम एजेंसियों के संपर्क में हैं और यह जानने की कोशिश की जा रही है कि कहीं इस तरह की किसी और घटना को अंजाम देने की फिराक में तो आंतकी नहीं हैं। पुलिस के आला अफसर भले नहीं मानें लेकिन यह संकेत है कि मध्यप्रदेश, जो अभी तक आतंकियों की शरण स्थली हुआ करता था, अब वह उनके टारगेट पर है।ऐसा माना जा रहा है कि विस्फोट मप्र में दहशत पैदाकर हलचल मचाना था। भोपाल में सिमी के सदस्यों द्वारा जेल ब्रेक की घटना और उसके बाद मुठभेड़ में सभी सदस्यों के मारे जाने की घटना से आंतकी संगठन मप्र से खार खाए बैठें हैं और इसके संकेत खुफिया एजेंसियां दे चुकी हैं।