एमपी के गोंड चित्रकार श्याम की पेटिंग दुनिया के मंच पर छायी
खरी खरी डेेस्क
भोपाल, 3 दिसंबर। गोंड चित्रकला के जाने माने कलाकार दिलीप श्याम ने अपनी चित्रकला से मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। उनकी चित्रकला को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिला हैं। उनकी दो पेंटिंग्स को स्पेन की राजधानी मेड्रिड में चल रहे 25वें संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (काप-25) में शामिल किया गया है। सम्मेलन में लगी प्रदर्शनी में दुनिया भर से चयनित कलाकारों की कुल 25 पेंटिग्स को शामिल किया गया है।
संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन का 25वां सत्र मेड्रिड में 2 से 13 दिसंबर तक आयोजित है। सम्मेलन में इस बार अंतर्राष्ट्रीय संस्था व्हाट डिजाइन कैन डू और यूएन क्लाइमेट चेंज की साझेदारी में पेंटिंग प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। इसमें दुनिया के तमाम देशों के चुने हुए कलाकारों की चुनिंदा 25 पेंटिंग्स के पोस्टर लगाए गए हैं। सभी पोस्टर 25 गुणा 25 की साइज के हैं। सभी पोस्टरों में जलवायु परिवर्तन के असर और उसके कारणों को दर्शाया गया है। इनमें भोपाल में रहकर काम करने वाले दिलीप श्याम के दो पोस्टर शामिल किए हैं। इस मंच पर जगह पाने वाले दिलीप भारत के और संभवत: एशिया के इकलौते चित्रकार हैं। उन्होंने अपनी गौंड कला की पेंटिंग में दिखाया है कि किस तरह लोग पेड़ों को काट रहे हैं और उसके जीवन को किस तरह नुकसान हो रहा है। पेटिंग का विषय संस्था व्हाट डिजाइन कैन डू की ओर से तय किया गया था, लेकिन श्याम ने अपने कौशल के जरिए उसमें जान डाल दी। गोंड चित्रकला की परंपरा के तहत ही इसमें चटख रंगों और वनांचल के पात्रों का चयन किया गया है। पेंटिंग के कोने में हिंदी में लिखा उनका नाम प्रर्दशनी देखने वाले भारतीयों को गौरवान्वित कर देता है।