एक्जिट पोलः हरियाणा में कांग्रेस की वापसी तय, घाटी में वापसी की उम्मीद
खरी खरी संवाददाता
नई दिल्ली, 5 अक्टूबर। हरियाणा विधानसभा चुनाव के इकलौते फेज की वोटिंग शनिवार को निपट जाने के बाद आए एक्जिट पोल ने हरियाणा में एक दशक से सत्तारूढ़ बीजेपी की विदाई और दस साल बाद कांग्रेस की सत्ता में वापसी के संकेत दिए हैं। वहीं जम्मू कश्मीर में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलने के संकेत नहीं है। कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस गठबंधन को सबसे अधिक सीटें मिलने की उम्मीद जताई गई है। वहीं बीजेपी को जम्मू इलाके में अच्छी बढ़त मिलने के संकेत हैं। महबूबा मुफ्ती को बहत ज्यादा सीटें मिलती नहीं दिखाई दे रही हैं लेकिन उनके किंग मेकर बनने की संभावना जताई जा रही है। बीजेपी औऱ कांग्रेस दोनों ही दोनों राज्यों में सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं।
हरियाणा और जम्मू कश्मीर दोनों ही राज्यों में 90-90 विधानसभा सीटें हैं। जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों की वोटिंग 1 अक्टूबर को पूरी हो गई थी, वही हरियाणा में सिंगल फेज मे वोटिंग 5 अक्टूबर को हुई थी। दोनों ही राज्यों में वोटिंग 8 अक्टूबर को होगी। दोनों ही जगह बहुमत के लिए 46 सीटों की जरूरत होगी। दोनो ही राज्यों में कई एजेसिंयों ने एक्जिट पोल किए हैं। हरियाणा में करीब एक दर्जन एजेंसियों ने विभिन्न मीडिया हाउसेस के साथ मिलकर सर्वे किए हैं। सभी सर्वे में हरियाणा में कांग्रेस की सत्ता में दस साल बाद वापसी की उम्मीद जताई गई है। सभी सर्वे ने बीजेपी की करारी हार के साथ सत्ता से विदाई का संकेत दिया है। सभी एक्जिट पोल कांग्रेस को पचास से ज्यादा सीटें दे रहे हैं जो बहुमत के जादुई आंकड़े से अधिक है। वहीं बीजेपी औसतन 25 सीटों पर सिमट रही है, जो बहुत से बहुत पीछे हैं। आम आदमी पार्टी जीरो सीट पर सिमट सकती है। एक्जिट पोल ने कांग्रेस को उत्साह से भर दिया है। लेकिन बीजेपी के सभी नेता अभी भी पार्टी की सत्ता में वापसी का दावा कर रहे हैं। वास्तविक तस्वीर 8 अक्टूबर को मतगणना के बाद ही साफ होगी।
केंद्र शासित राज्य जम्मू कश्मीर में करीब दस एजेसियों ने मीडिया हाउसेस के साथ मिलकर एक्जिट पोल किए हैं। पोल ऑफ पोल्स के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के 10 पोल में 5 नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन की सरकार बना रहे हैं, जबकि 5 में वह बहुमत से 10 से 15 सीटें दूर दिख रही है। पार्टी को 40 सीटें मिलने का अनुमान है। भाजपा 30 सीटें ला सकती है। पीडीपी और अन्य को 10-10 सीटें आएंगी। ऐसी स्थिति में पीडीपी और उसकी नेता महबूबा मुफ्ती किंग मेकर की भूमिका में होंगी। महबूबा की दस सीटें कांग्रेस को सत्ता में जाने से रोक सकती हैं तो बीजेपी को सत्ता में आने का रास्ता खोल सकती हैं।