उत्तर भारत में बीजेपी के प्रचंड बहुमत की नायिका बनीं महिला वोटर
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 15 दिसंबर। भारतीय जनता पार्टी ने हाल ही के विधानसभा चुनाव में उत्तर भारत के तीनों राज्यों मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़ और राजस्थान में प्रचंड बहुमत हासिल कर लोकसभा 2024 की सियासी लड़ाई की रणनीति का संकेत दे दिया। तीनों ही राज्यों में गौरतलब बात यह है कि बीजेपी की भारी भरकम जीत की नायिका इन प्रदेशों की महिला वोटर बनीं। भाजपा इनमें से सिर्फ मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ थी, जहां महिलाओं के लिए कई योजनाएं संचालित थीं, लेकिन राजस्थान और छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर महिलाओं को भरोसा जताया। भाजपा भी इस तथ्य को स्वीकार कर रही है।
सत्ता के सेमीफाइनल माने जा रहे पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों ऐतिहासिक सफलता हासिल कर बीजेपी ने सबको चौंका दिया, लेकिन खुद बीजेपी के रणनीतिकार नहीं चौंके हैं। पार्टी के प्रमुख रणनीतिकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला वोटरों पर टारगेट किया था। तीन तलाक जैसे मुद्दे इसी के चलते लाए गए। महिलाओं के लिए उज्जवला जैसी कई योजनाएं लागू की गईं और उनका व्यापक प्रचार प्रसार किया गया। इसलिए महिला वोटर बीजेपी की जीत में निर्णायक साबित हुईं। बीजेपी और पीएम मोदी इस तथ्य से सहमत हैं। तभी तो जीत के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय मुख्यालय में प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं का गुणगान किया। नरेंद्र मोदी ने महिलाओं और युवाओं के समर्थन के लिए ख़ास तौर पर उनको धन्यवाद दिया। नरेंद्र मोदी ने कहा, ''मैं अपनी माताओं, बहनों, बेटियों के सामने, मैं अपने युवा साथियों, मैं अपने किसान भाइयों के सामने उन्होंने जो निर्णय किया है और बढ़ चढ़कर समर्थन किया है उनके सामने नतमस्तक हूँ।'' उनका कहना था इस चुनाव में देश को जातियों में बाँटने की बहुत कोशिश हुई लेकिन वे लगातार कहते आए हैं कि उनके लिए चार जातियाँ ही सबसे बड़ी हैं। उनमें नारी शक्ति, युवा शक्ति, किसान शक्ति और ग़रीब परिवार हैं। पीएम मोदी ने कहा कि इन चार जातियों को ही सशक्त करने से ही देश सशक्त होगा.
उनका कहना था, ''आज बड़ी संख्या में हमारे ओबीसी, आदिवासी साथी इसी वर्ग से आते हैं और इन चुनावों में इन चारों जातियों ने बीजेपी की योजनाओं और रोडमैप को लेकर उत्साह दिखाया है और हर ग़रीब कह रहा है कि वो ख़ुद जीता है। वंचित और किसान ये कह रहा है कि वो ख़ुद जीता है। प्रधानमंत्री ने बताया कि इसी जीत में हर महिला अपनी जीत देख रही है और बेहतर भविष्य का सपना देखने वाला हर युवा अपनी जीत देख रहा है। उन्होंने महिलाओं के बारे में कहा, ''मैं विशेष रूप से देश की नारी शक्ति का अभिवंदन करुँगा। रैलियों में मैं अक्सर कहता था कि इन चुनाव में नारी शक्ति ये ठान कर निकली है कि भाजपा का परचम लहराएगी और जब देश की नारी शक्ति किसी का सुरक्षा कवच बन जाए तो कैसी भी ताक़त हो, उसे नुक़सान नहीं पहुँचा सकती।' साथ ही उन्होंने नारी शक्ति वंदन अधिनियम को देश की महिलाओं में नया विश्वास जगाने की बात कही और कहा कि महिलाओं में ये भरोसा जगा है कि बीजेपी सरकार में उनकी सक्रिय भागीदारी को नई बुलंदी मिलने वाली है। नारी शक्ति वंदन अधिनियम साल 2023 में दोनों सदनों में पारित हो चुका है।लोकसभा और राज्यों की विधानसभा में महिलाओं को 33 फ़ीसदी आरक्षण देने वाले इस अधिनियम को मोदी सरकार ने सितंबर में बुलाए गए संसद के विशेष सत्र में पेश किया था।
विधेयक में कहा गया है कि लोकसभा, राज्यों की विधानसभाओं और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की विधानसभा में एक तिहाई सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। हालाँकि ये माना जा रहा है कि क़ानून वर्ष 2029 से पहले नहीं लागू हो पाएगा। जानकारों का मानना है कि भारत के हर राज्य में महिलाओं का वोट 50 फ़ीसदी है। ऐसे में अगर किसी भी राज्य में ये तीन या पाँच प्रतिशत टिल्ट या बदल जाता है, तो वो निर्णायक हो जाता है।मध्य प्रदेश में चुनाव आयोग के आँकड़ों के मुताबिक़ पुरुषों (78%) के मुक़ाबले महिलाओं (76%) का टर्नआउट दो प्रतिशत कम रहा है। इसका मतलब ये नहीं है कि महिलाओं के टर्नआउट ने पुरुषों को पीछे छोड़ दिया, लेकिन पिछले चुनावों की तुलना में महिलाओं टर्नआउट बढ़ता गया है।