आदिवासी सीएम की उमंग सिंगार की मांग से मचा सियासी हंगामा
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 7 अगस्त। अपने बयानों से अक्सर सुर्खियां बटोरने वाले कांग्रेस के विधायक और पूर्व मंत्री उमंग सिंगार ने विधानसभा चुनाव के ठीक पहले आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग उठाकर सियासी हंगामा खड़ा कर दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सिंगार की मांग पर हंगामा मचने के बाद सीएम के चुनाव को प्रक्रिया से जोड़कर मामले को शांत करने की कोशिश की है लेकिन चुनाव नजदीक होने के कारण यह मुद्दा खत्म होने की उम्मीद कम है। बीजेपी को सिंगार के बयान कांग्रेस पर तंज कसने का मौका दे दिया।
कभी कांग्रेस की सबसे बड़ी आदिवासी नेता और डिप्टी सीएम रहीं जमुना देवी की राजनीतिक विरासत संभाल रहे उनके भतीजे उमंग सिंगार कई बार उसी ट्रैक पर चलने की कोशिश करते हैं, जिस पर चलकर जमुना देवी डिप्टी सीएम और नेता प्रतिपक्ष बन गईं। जमुना देवी की वरिष्ठता और आदिवासी समाज में उनकी स्वीकार्यता के चलते उनकी हर बात को तवज्जो दी जाती थी, लेकिन वह सब उमंग के साथ नहीं हो पा रहा है। शायद इसलिए वे अक्सर अपने बयानों से राजनीतिक हंगामा खड़ा करते हैं। उनके निशाने पर अक्सर दिग्विजय सिंह होते हैं। इस बार भी उन्होंने आदिवासी मुख्यमंत्री का बयान देकर कुछ ऐसा ही किया है।
विधायक उमंग सिंगार धार जिले की बदनावर विधानसभा के कोद में टंट्या मामा की मूर्ति का अनावरण करने बाइक रैली से पहुंचे थे। उन्होंने प्रसिद्ध कोटेश्वर मंदिर में पहुंचकर पूजन-अर्चन किया। बाद में टंट्या मामा की मूर्ति का अनावरण किया। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री बनना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मुझे मुख्यमंत्री नहीं बनना। जब तक मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री आदिवासी नहीं बनता, आप लोग घर पर मत बैठना। मैं चाहता हूं कि मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री आदिवासी बने। मैं अपनी बात नहीं कर रहा। मैं अपने समाज की बात कर रहा हूं। उनके इस बयान ने भारी सियासी हंगामा खड़ा कर दिया। पहले तो कांग्रेस ने इस मुद्दे पर खामोशी ओढ़ ली क्योंकि सिंगार उस प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग कर रहे हैं जहां उनकी पार्टी के अध्यक्ष कमलनाथ ने खुद को भावी सीएम घोषित करवा लिया है। लेकिन बाद में कमलनाथ ने खुद यह कहकर इस मामले का पटाक्षेप करने की कोशिश कि सीएम के चुनाव की एक प्रक्रिया होती है। कमलनाथ ने भले ही मामले को अलग मोड़ दे दिया लेकिन बीजेपी को सियासी हमले का एक मौका मिल गया। पार्टी के दिग्गज नेता और प्रदेश के गृह मंत्री डा नरोत्तम मिश्रा ने उमंग सिंगार की तारीफ करते हुए इस मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से जवाब मांग लिया। गृहमंत्री ने कहा है कि कांग्रेस ने सदैव जनजाति वर्ग की उपेक्षा की है। कांग्रेस आदिवासियों का अपमान करने का काम करती है। अपन तो उमंग सिंघार के कायल हैं। जिस तरह से ताल ठोक कर अपनी बात करते हैं, वह गजब है। सिंघार ने दिग्विजय पर जो आरोप लगाए थे वे आज तक उनका जवाब नहीं दे पाए।