अब मध्यप्रदेश सरकार खोलेगी लेडीज फ्रेंडली स्पेशल मयखाने

Feb 27, 2020

खरी खरी संवाददाता

भोपाल, 27 फरवरी। मध्यप्रदेश सरकार कुछ ऐसा ही करने जा रही है। सरकार प्रदेश के कुछ महानगरों में चुनिंदा स्थानों पर ऐसे लिकर आउटलेट्स खोलने की योजना बना रही है, जहां महिलाएं बेझिझक और बेहिचक लिकर खरीद सकेंगी या बैठकर पी सकेंगी। इन आउटलेट्स में शराब की हाई क्वालिटी के ब्रांड्स ही मिलेंगे और पुरुषों को तभी एंट्री मिलेगी, जब वे परिवार यानि महिला के साथ होंगे। सरकार को लगता है कि यह बदला हुआ अंदाज महिलाओं को आउटलेट्स तक पहुंचाने में कामयाब रहेगा।

मध्यप्रदेश सरकार महिला सशक्तीकरण की दिशा में हर संभव कदम उठा रही है। उसका मानना है कि ऐसी कोई फील्ड नहीं होनी चाहिए जहां महिलाओं के साथ भेदभाव किया जाए। शायद अपनी इसी सोच के चलते सरकार प्रदेश के चुनिंदा शहरों में में फीमेल फ्रेंडली लिकर आउटलेट्स खोलने जा रही है। प्रदेश के कार्मशियल टैक्स विभाग के मुखिया एसीएस आईपीसी केसरी की मानें तो इसके लिए प्रारंभिक योजना बन चुकी है। इस तरह के आउटलेट्स बड़े माल्स या बड़े सुपर बाजार में खोले जाएंगे। यहां विह्सकी और बीयर के हाई रेंज वाले वही उत्पाद रखे जाएंगे जो महिलाओं में ज्यादा लोकप्रिय हैं। सरकार का उद्देश्य महिलाओं को बार के अंदर जाने में होने वाली झिझक और हिचक को दूर करना है। इन आउटलेट्स में पीने के शौकीनों की आम भीड़ नहीं होगी। बिना परिवार के पुरुषों की एंट्री बंद रहेगी, इसलिए महिलाएं बेझिझक और बेहिचक आउटलेट्स में जाकर अपनी पंसदीदा शराब खरीद सकेंगी और वहां बैठ भी सकेंगी। कार्मशियल टैक्स विभाग के प्रशासनिक प्रमुख यानि एसीएस की इस योजना से अभी विभाग के मंत्री पूरी तरह वाकिफ नहीं है। उनका कहना है कि अभी नीतिगत निर्णय नहीं हुआ है, विचार किया जा रहा है। 

मध्यप्रदेश सरकार महिलाओं के शराब की इस विशेष व्यवस्था के पीछे चाहे जो तर्क दे, लेकिन हकीकत यह राज्य के खाली खजाने को भरने के लिए किए जा रहे उपायों में यह भी एक उपाय शामिल है। सरकार एक्साइज से अगले वित्तीय वर्ष में करीब 13 हजार करोड़ की आय टारगेट कर रही है, जो चालू वित्तीय वर्ष से करीब 2 हजार करोड़ अधिक है। इस टारगेट को पूरा करने के लिए ऐसे तमाम उपक्रम किए जा रहे हैं। लेकिन सरकार की राह आसान नहीं दिखाई पड़ रही है। विपक्ष इस मुद्दे पर अभी से आंखे तरेर रहा है। उसको लगता है कि यह भारतीय संस्कृति के अनुरूप नहीं है। इसलिए विपक्ष के कद्दावर नेता विश्वास सारंग सख्त लहजे में कहते हैं कि ऐसी दुकाने नहीं खुलने देंगे।

मध्यप्रदेश में शराब पहले से ही बहुत मंहगी है। कर्नाटक के बाद मध्यप्रदेश सबसे मंहगी शराब बेचने वाला राज्य है। ऐसे में सरकार शराब को मंहगी करने के बजाय शराब बिक्री बढ़ाने के नए रास्ते खोज रही है। लेडीज स्पेशल आउटलेट्स को देखकर हरवंश राय बच्चन की अमर कृति मधुशाला का यह बंद याद आ जाएगा….

मेंहदी रंजित.. मृदुल हथेली पर.. माणिक मधु का प्याला

अंगूरी.. अवगुंठन.. डाले स्वर्ण, वर्ण साकी बाला

पाग बैंजनी, जामा नीला, डाट डटे पीने वाला

इंद्र धनुष से होड़ लगाती, आज रंगीली मधुशाला।

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