CM MOHAN YADAV की दिल्ली यात्रा से विभाग बंटने की चर्चा गर्माई
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 29 दिसंबऱ। मुख्यमंत्री डा मोहन यादव की ताजा दिल्ली यात्रा और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से भेंट के चलते मंत्रियों के विभाग वितरण की चर्चा फिर गर्म हो गई है। माना जा रहा है कि सीएम की यह यात्रा मुख्य रूप से विभाग वितरण पर शीर्ष नेतृत्व का मार्गदर्शन लेने के लिए हुई है। सीएम गुरुवार की रात दिल्ली पहुंचे और शुक्रवार को दिन भर वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की।
मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल का विस्तार 25 दिसंबर को हुआ था और 28 नए मंत्री डा मोहन यादव की कैबिनेट में शामिल किए गए थे। दो डिप्टी सीएम पहले से कैबिनेट का हिस्सा हैं। शपथ ग्रहण करने के बाद विभाग मिलने का इंतजार करके अधिकांश मंत्री अपने चुनाव क्षेत्रों में चले गए। यह पहला अवसर है जब मंत्रिमंडल विस्तार के बाद विभाग वितरण में इतना समय लग रहा है। सामान्यत: मंत्रिमंडल विस्तार के बाद विभाग एक दो दिन में ही आवंटित कर दिए जाते हैं ताकि मंत्री काम में जुट जाएं। वैसे भी अभी काम करने के लिए सरकार को दो माह का ही समय मिलेगा। मार्च में लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लग जाएगी और नीतिगत कोई भी निर्णय नहीं लिया जा सकेगा।
मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद सीएम मोहन यादव दिल्ली गए औऱ वरिष्ठ नेताओँ से मुलाकात की लेकिन विभागों के वितरण पर कोई फैसला नहीं हो पाया। यह माना जा रहा है कि कैबिनेट में शामिल पार्टी के दिग्गज नेताओँ के विभागों पर असमंजस के चलते यह स्थिति बन रही है। कैबिनेट में शामिल कैलाश विजयवर्गीय, प्रह्लाद पटेल, राकेश सिंह, विजय शाह को बड़े विभाग दिए जा सकते हैं। सिंधिया खेमे के गोविंद सिंह राजपूत, तुलसी सिलावट, प्रद्युमन सिंह तोमर को भी अच्छा विभाग मिलने की संभावना है। दोनों डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा को भी वजनदार विभाग मिलने की उम्मीद है।
बताया जा रहा है कि दिल्ली प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को विभाग आवंटित करने के विषय में भी वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी इस संबंध में जानकारी दी गई। सीएम इस बार सभी मंत्रियों से उनकी इच्छा का विभाग भी पूछ कर गए हैं। बताया जा रहा है कि अब एक-दो दिन में मंत्रियों को विभाग आवंटित कर दिए जाएंगे।