एमपी में पहली बार 8 हजार पुलिस वालों को वीक आफ

Jan 01, 2019

 खरी खरी संवाददाता 

भोपाल, 1 जनवरी। सूबे में बदली हुई सरकार ने बदले हुए साल में पुलिस वालों को साप्ताहिक अवकाश देकर नई परपंरा की शुरुआत की  है। नए साल के पहले दिन मंगलवार आठ हजार पुलिस कर्मचारियों को साप्ताहिक अवकाश दिया गया। पुलिस कर्मियों को पहली बार साप्ताहिक अवकाश की सुविधा इतने बड़े पैमाने पर दी गई है।

राज्य के नए मुख्यमंत्री कमलनाथ को सत्ता के सिंहासन तक पहुंचाने में पुलिस वर्ग की बड़ी भूमिका मानी जा रही है। कांग्रेस के घोषणापत्र में पुलिस वालों के लिए तमाम वायदे किए गए थे। इसके चलते पुलिस वर्ग का झुकाव कांग्रेस की ओर रहा और प्रदेश में सरकार बदल गई। मुख्यमंत्री बनने के बाद दूसरे ही दिन कमलनाथ पुलिस मुख्यालय पहुंचे और पुलिस कर्मियों से किए गए वायदे हर हाल में निभाने का वचन दिया। साप्ताहिक अवकाश देने के लिए उन्होंने उसी दिन पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए थे। पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए थे कि एक जनवरी से पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश दिया जाए। प्रदेश में 56 हजार पुलिसकर्मी हैं। 8 हजार पुलिस कर्मी रोजाना अवकाश पर रहेंगे। अवकाश पर रहने के दौरान आठ हजार पुलिसकर्मियों के स्थान पर दूसरी यूनिट से पुलिस कर्मियों की ड्यूटी पर लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद से ही प्रदेश के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों ने अपने यहां साप्ताहिक अवकाश देने के लिए रोस्टर बना लिए थे। इसे पूरे प्रदेश में लागू कर दिया गया है। अगर किन्हीं कारणों से जवान तय दिन में साप्ताहिक अवकाश नहीं ले पाने की स्थिति में पुलिस कर्मी को उसी महीने में साप्ताहिक अवकाश लेना होगा। यदि उस महीने में वह इस अवकाश का उपभोग नहीं करता है तो अगले महीने ये अवकाश समाप्‍त हो जाएगा। साप्ताहिक अवकाश देने में एक बड़ी समस्या पुलिस बल की कमी है। इस पर नई सरकार गंभीरता से चिंतन कर रही है और पुलिस बल में भर्ती की योजना बनाई जा रही है। इसके बाद सभी पुलिस वालों को साप्ताहिक अवकाश मिलना अनिवार्य हो जाएगा।

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