पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से दहला हरदा,11 मौतें

Feb 06, 2024

खरी खरी संवाददाता

भोपाल, 6 फरवरी। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से करीब डेढ़ सौ किलोमीटर दूर हरदा में एक पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार को हुए भीषण विस्फोट से पूरा शहर दहल गया। हादसे में 11 लोगों की मौत हुई है और आधा सैकड़ा से ज्यादा लोग हताहत हुए हैं। घायलों को हरदा, भोपाल औऱ इंदौर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने मामले की जांच के लिए प्रदेश के गृह सचिव की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है।

हरदा जिला मुख्यालय के शहरी क्षेत्र बैरागढ़ में चल रही पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार को सुबह करीब साढ़े ग्यारह अचानक विस्फोट हो गया। विस्फोट इतना भीषण था कि पूरा क्षेत्र दहल गया। धमाके का असर 40 किलोमीटर दूर तक महसूस किया गया। इसका असर इतना था कि धमाके की आवाज के बाद लोग अपने वाहन छोड़कर भागने लगे। आसपास के कच्‍चे मकान गिर गए और घटना स्थल से दो किमी दूर स्थित सरकारी अस्पताल के कांच चटक गए। आग की लपटों से पूरा इलाका धुआं-धुआं हो गया। फैक्ट्री में रुक रुक कर हो रहे विस्फोट के कारण धमाके की आवाज सुनकर मदद के लिए पहुंचे लोग भी भाग खड़े हुए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक ब्लास्ट से पत्थर, लोहे के टुकड़े और टीन शेड 500 मीटर दूर तक उड़कर जान बचाकर भाग रहे लोगों को जाकर लगे। सिर पर पत्थर लगने से एक शख्स की मौके पर ही मौत हो गई। टीन शेड से एक व्यक्ति का हाथ कट गया। विस्फोट की गूंज दूर-दूर तक महसूस की गई। घटनास्थल से 40 किलोमीटर दूर सिवनी मालवा की धरती तक कांप गई। इतना ही नहीं बैरागढ़ से करीब 30 किमी दूर स्थित टिमरनी, 35 किमी दूर स्थित खिरकिया और इतनी ही दूर स्थित खातेगांव में विस्फोटों की गूंज से धरती कांप गई।

विस्फोट की खबर के समय मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव मंत्रालय में कैबिनेट की बैठक ले रहे थे। मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्री और हरदा के पूर्व क्षेत्रीय सांसद उदय प्रताप सिंह को तत्काल एसीएस अजीत केसरी और डीजी होमगार्ड के साथ हेलीकाप्टर से हरदा पहुंचने के निर्देश दिए। हादसे की गंभीरता की जैसे जैसे पता चलती गई मुख्यमंत्री के निर्देश पर राहत एवं बचाव के उपाय होते गए। भोपाल और इंदौर के बड़े अस्पतालों में मेडिकल अलर्ट जारी कर बर्न यूनिट में इमरजेंसी व्यवस्थाएं करने के निर्देश हो गए। हरदा के आसपास के अन्य जिलों को मेडिकल अलर्ट पर कर दिया गया। भोपाल और इंदौर सहित अन्य जिलों के कलेक्टरों को खुद जाकर व्यवस्थाएं देखने के लिए कहा गया। भोपाल और इंदौर तथा आसपास के अन्य क्षेत्रों से फायर फाइटर और एंबुलेंस हरदा के लिए रवाना की गईं। हताहतों को लाने के लिए ग्रीन कारीडोर बना दिए गए।

मुख्यमंत्री ने आला अफसरों की इमरजेंसी मीटिंग बुलाकर राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चलाने के निर्देश दिए। मामले की .जांच के लिए पीएस होम संजय दुबे की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति गठित की गई। राहत एवं बचाव कार्य की निगरानी के लिए भी बड़े अधिकारियों की समिति तुरंत बनाकर आदेश जारी कर दिए गए।

प्रशासनिक स्तर पर करीब 11 लोगों की मौत की जानकारी दी गई है। आंकड़ा इससे अधिक होने की आशंका जताई जा रही है। मुख्यमंत्री डा मोहन यादव घायलों का हाल जानने के लिए शाम को भोपाल के हमीदिया अस्पताल पहुंचे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा में कहा कि हरदा की घटना अत्यंत दु:खद है। जिनकी मृत्यु हुई है उनके परिजनों को चार लाख रूपए की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। घायलों का इलाज किया जा रहा है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रधानमंत्री सहायता कोष से प्रत्येक मृतक के परिवार के लिए दो-दो लाख रुपए की सहायता की घोषणा की है।

 

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