...जो सामने आया उसे ही मार दी गोली

May 13, 2017

 अशोकनगर, 12 मई। बैंक में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले एक शख्स ने लाइसेंसी बंदूक से अपनी बीबी को गोली मार दी और उसके बाद जो भी सामने आया उसे भी गोली से उड़ा दिया। पुलिस के पहुंचने की जानकारी मिलते ही उसी बंदूक से आत्महत्या कर ली। इस सनसनीखेज वारदात से पूरे शहर में खलबली मच गई। पुलिस के घटना स्थल पर पहुंचने में हुई देरी से लोगों की नाराजगी फूट पड़ी।

अशोकनगर की हाउसिंग बोर्ड कालोनी में रहने वाले एचडीएफसी बैंक के सिक्योरिटी गार्ड लखन रघुवंशी ने पत्नी शीलाबाई की गोली मारकर हत्या कर दी। फायरिंग की आवाज सुनकर पड़ोसी विकास जैन बाहर निकले तो लखन ने उन्हें भी गोली मार दी। उसके बाद बंदूक लहराता घूमने लगा। इसी बीच विकास का भाई संजय वहां पहुंच गया तो लखन ने उसे भी बंदूक का निशाना बना दिया। वहां पहुंचे विकास के छोटे भाई सचिन पर भी उसने दो फायर किए लेकिन वह बच गया। लोगों ने पुलिस को भी सूचना दी लेकिन लगभग एक घंटे तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। एक घंटे बाद आई पुलिस की गाड़ी का सायरन सुनकर लखन ने गले से बंदूक की नाल सटाकर खुद को भी गोली मार ली। तीन हत्याओं की सूचना के बाद भी एक घंटे देरी से पहुंची पुलिस पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। स्थानीय लोगों की पुलिस जमकर झड़प हुई। लोगों ने दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए पोस्टमार्टम हाउस में हंगामा कर दिया। जानकारी मिलते ही कलेक्टर बीएस जामोद और एसपी संतोष सिंह गौर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। एसपी ने इस मामले में दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने के आदेश दिए तब कहीं जाकर पोस्टमॉर्टम हो सका। कलेक्टर ने मृतक भाइयों के परिवार को शासन की तरफ से एक-एक लाख रुपए और प्रभारी मंत्री की तरफ से दो लाख सहायता राशि पीड़ित परिवार को देने की घोषणा की। अभी तक यह पता नहीं चल सका कि लखन ने ऐसा क्यों किया। उसके साथियों का कहना है कि वह बहुत शांत स्वभाव का था, लेकिन पता नहीं उसे क्या हो गया कि उसने तीन तीन हत्याएं कर दी।

Category: