हरदा की पटाखा फैक्ट्री से मिल रहा सूतली बमों का जखीरा
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 10 फरवरी। विस्फोट के कारण कई जिंदगियां तबाह कर देने वाली हरदा की पटाखा फैक्ट्री के मलवे में सूतली बमों का जखीरा लगातार मिल रहा है। फैक्ट्री का मलवा साफ कराने में जुटा प्रशासनिक अमला अभी तक इन बमों को डिस्पोज करने का कोई प्लान नहीं बना पाया है।
मप्र की राजधानी भोपाल से करीब डेढ़ सौ किलोमीटर दूर हरदा शहर के बैरागढ़ इलाके में चल रही पटाखा फैक्ट्री में बीते मंगलवार को अचानक हुए विस्फोट ने करीब चालीस किलोमीटर की रेंज को दहला दिया। इस हादसे में 11 लोगों की मौत उसी दिन हो गई। कई लोग अभी भी जिंदगी और मौत के बीच अस्पतालों में संघर्ष कर रहे हैं। प्रशासनिक अमला फैक्ट्री के मलवे को हटाने में जुटा है। इस फैक्ट्री में सूतली बम बनाए जाते थे और देश भर के पटाखा कारोबारियों के बेचे जाते थे। हादसे के बाद से यहां लगातार सूतली बमों का जखीरा मिल रहा है। मंगलवार को विस्फोट में तबाह हुई फैक्ट्री के मलवे का सफाई अभियान चल रहा है। गुरुवार को फैक्ट्री से कुछ दूर सिराली क्षेत्र से एक नहर के पास कचरा गाड़ी में भरकर फेंके गए करीब 10 क्विंटल सुतली बम बरामद हुए थे। इसके बाद शुक्रवार को भी शहर के सुनसान क्षेत्र से गुजरने वाले दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक के पास से करीब 75 बोरियां भरकर सुतली बम बरामद हुए थे। इसी क्रम में शनिवार सुबह भी ब्लास्ट की जगह से करीब 16 पानी के ड्रम भरकर सुतली बम बरामद हुए। इसके बाद शाम तक आठ ड्रम भरकर सुतली बम और बरामद हुए। इस तरह कुल 24 ड्रम सुतली बम शनिवार को बरामद हुए हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार बारूद का यह जखीरा पटाखा फैक्ट्री के मलबे के नीचे दबे तहखाने से मिला है। वहीं स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने ब्लास्ट के बाद आसपास के क्षेत्र में फैले मलबे में से सुतली बम चुनवा कर उन्हें पानी के ड्रमों में भरवाया है। मलवा साफ कराने में जुटे अमले का कहना है कि फैक्ट्री का मलबा तो अलग था, लेकिन पास के खेतों में फैले बमों को बिनवाकर पानी से भरे ड्रमों में रखवाया गया है। आगे बम स्क्वॉड या फॉरेंसिक विभाग के जरिए, जैसा भी कलेक्टर की तरफ से निर्देश मिलेंगे, उसे डिस्पोज कराया जाएगा।