हंगामे के साथ शुरू हुआ मप्र विधानसभा का आखरी सत्र
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 11 जुलाई। मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र मंगलवारको हंगामे के साथ शुरू हुआ। पंद्रहवीं विधानसभा का यह आखरी सत्र होने के कारण बहुत से विधायी और संसदीय कार्य प्रस्तावित हैं, लेकिन सत्र के पहले ही दिन रुख देखकर इस बात की संभावना कम लग रही है कि सत्र में बहुत सारा काम समन्वय के साथ हो पाएगा।
विधानसभा सत्र का पहला दिन श्रध्दांजलि के बाद स्थगित नहीं किया गया बल्कि कामकाम शुरू हुआ लेकिन हंगामे के चलते सत्र के पहले दिन की बैठक सवा घंटे ही चल पाई। विपक्ष सीधी पेशाब कांड को लेकर चर्चा करना चाह रहा था लेकिन सरकार एकदम तैयार नहीं थी। हंगामे के कारण पहले 10 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित की गई, दोबारा सत्र शुरू हुआ तो विपक्ष सीधी कांड पर चर्चा के लिए अड़ गया। विपक्ष की नारेबाजी और हंगामा बढ़ा देख विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सत्र को 12 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया। इस विधानसभा का यह आखिरी सत्र है। ऐसे में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने इसके लिए तैयारियां की हैं। सत्र के पहले ही दिन कांग्रेस विधायक कल्पना वर्मा मिर्च और टमाटर की माला पहनकर पहुंची और मंहगाई का इस तरह विरोध किया। इस दौरान कांग्रेस विधायक ने कहा बहने हर तरफ परेशान हो रही हैं, टमाटर और सब्ज़ियों के बढ़ते हुए दामों से जनता परेशान है, फिर लाडली बहना जैसी योजनाओं का कोई फायदा नहीं है।वहीं इस मामले पर शिवराज सरकार में सीनियर मंत्री गोपाल भार्गव का कहना है कि टमाटर मिर्च की माला पहनाकर आना मजाक है, कांग्रेस के समय भी महंगाई थी, सब्जियों के दामों में उतर चढ़ाव होता रहता है पहले तो सरकारें गिर जाती थी।’सत्र की शुरुआत में बेलेश्वर महादेव इंदौर, खरगोन नदी बस हादसा और उड़ीसा रेल हादसे में मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई।