स्मार्ट सिटी में 300 करोड़ के घोटाले की जांच, आईएएस बनाम आईपीएस
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 17 अक्टूबर। स्मार्ट सिटी के तीन सौ करोड़ के टेंडर घोटाले में सीनियर आईएएस अधिकारी विवेक अग्रवाल का नाम आने के बाद प्रशासनिक हल्कों में बवाल मचा है। अब इस मामले की जांच कर रही एजेंसी ईओडब्ल्यू के मुखिया द्वारा मीडिया से बातचीत में विवेक अग्रवाल का नाम लेने से नया विवाद खड़ा हो गया है।
यह मामला आईएएस बनाम आईपीएस हो गया है। इस पर आईएएस आफीसर्स एसोसिएशन मे नाराजगी जाहिर करते हुए मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखी है। एसोसिएशन की अध्यक्ष गौरी सिंह द्वारा मुख्य सचिव को लिखी गई चिटठी में ईओडब्ल्यू के मुखिया के मीडिया में दिए गए बयान पर सख्त आपत्ति जताई गई है। एसोशिएशन ने सीएस से जांच एजेंसी के लिए एडवाइजरी जारी करने की मांग की है। ईओडब्ल्यू के डीजी वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सुशोबन बनर्जी ने मीडिया को लिखित और मौखिक रूप से दिए अपने बयान में घोटाले में आईएएस अधिकारी विवेक अग्रवाल और उनके बेटे वैभव का नाम लिया है। यह विवाद ऐसे समय गर्माया है जब मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव सहित पूरी सरकार मैग्नीफिसेंट एमपी में उलझी है।
गौरी सिंह ने मुख्य सचिव एस आर मोहंती को भेजी चिट्ठी में लिखा है कि जांच एजेंसी के अधिकारी मीडिया से केस की डिटेल, शिकायत और उसके संभावित नतीजों की मीडिया से चर्चा कर रहे हैं। यह सरकारी सेवकों को हतोउत्साहित करने वाला है। यह जांच को प्रभावित करने के साथ मामले के अंतिम नतीजे को प्रभावित करता है। ये उम्मीद की जाती है कि जांच एजेंसियां इस तरह की आने वाली शिकायतों की जांच करें, ताकि संस्थाओं की विश्वसनीयता बनी रहे। चिट्टी में आगे लिखा है कि एक केस नगरीय विकास विभाग के सीनियर अधिकारी के कार्यकाल का था। प्रिंसिपल सेक्रेटरी को इसकी रिपोर्ट दी गई थी। इस मामले की जांच प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता से होनी चाहिए थी, लेकिन चौंकाने वाली बात है कि EOW अधिकारी ने प्रेस को ब्रीफ कर दिया। इसमें फैक्ट और डिटेल डिपार्टमेंट की जानकारी के बिना दिए गए। इसलिए इस मामले को देखते हुए जांच एजेंसियों के लिए एडवाइजरी जारी की जाना चाहिए।
नगरीय प्रशासन के प्रमुख सचिव विवेक अग्रवाल के कार्यकाल में HPE कंपनी को 300 करोड़ का टेंडर मिला था। बीएसएनएल ने भी 250 करोड़ का टेंडर डाला था। एचपीई कंपनी के पास स्मार्ट सिटी बनाने का कोई अनुभव नहीं था। 300 करोड़ का टेंडर मिलने से छह दिन पहले कोलकाता में एचपीई कंपनी और पीडब्ल्यूसी कंसलटेंट कंपनी के बीच एक साथ काम करने का करार हुआ था। मसला ये है कि पीडब्ल्यूसी कंस्लटेंट कंपनी के सीनियर अधिकारी विवेक अग्रवाल के बेटे वैभव अग्रवाल हैं।