सीएम ने की कोरोना संबंधी व्यवस्थाओं की समीक्षा, कई कड़े निर्देश दिए
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 31 मार्च। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए हैं कि कोरोना टेस्ट के लिए टेस्टिंग कैपिसिटी बढ़ाएं, जिससे कोरोना की तुरंत जाँच हो सके। इंदौर सहित सभी जिलों को आवश्यकतानुसार चिकित्सा एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराई जाए। जरूरतमंदों को उनकी आवश्यकतानुसार खाद्यान्न एवं भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। बाहर फँसे प्रदेश के कामगारों एवं विद्यार्थियों की भी पूरी मदद की जाए, जिससे वे जहाँ है वहीं आराम से रह सकें। मौजूदा कोरोना संकट के मद्देनजर गेहूँ उपार्जन फिलहाल स्थगित रखा जाए। हालात में सुधार होते ही इसे तुरंत प्रारंभ किया जाएगा। मुख्यमंत्री आज मंत्रालय में कोरोना संबंधी व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे।
स्वास्थ्य कर्मियों के लिए पीपीई किट्स
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रत्येक स्वास्थ्यकर्मी के लिए पीपीई किट्स अविलंब मिलना चाहिए। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने बताया कि आज 2000 किट्स प्राप्त हुए हैं तथा शीघ्र ही 5 हजार पीपीई किट्स प्रतिदिन प्राप्त होने लगेंगे। स्वास्थ्यकर्मियों के अलावा कोरोना संकट में कार्य कर रहे पुलिसकर्मियों, राजस्वकर्मियों आदि को भी पीपीई किट्स दिलवाए जाने के निर्देश दिए गए। मुख्य सचिव ने बताया कि आगामी 9 अप्रैल तक हमारी कोरोना वायरस टेस्टिंग क्षमता एक हजार हो जाएगी। वर्तमान में यह क्षमता 480 तक पहुँच गई है। मुख्य सचिव ने बताया कि वायरस की "मास टेस्टिंग" की व्यवस्थाओं के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
मास्क अवश्य पहनें
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से कहा कि कोरोना वायरस को रोकने की सावधानी बतौर मास्क का उपयोग अवश्य करें। पूरे प्रदेश में मास्क एवं सेनेटाईजर्स की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता है। यदि किसी स्थिति में आपके पास मास्क न हो तो कपड़े की तीन परत का मास्क भी प्रयोग किया जा सकता है। बैठक में बताया गया कि सेनेटाईजर का इस्तेमाल करते समय इस बात की सावधानी रखी जाए कि जब वह हाथ में गीला हो तब आग के पास न जाया जाए।
खाद्यान्न और भोजन की व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जनता को खाद्यान्न और भोजन के प्रदाय की व्यवस्था सुचारू रहे। प्रदेश में खाद्यान्न तथा भोजन की कमी नहीं है। प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि इसके लिए हेल्पलाईन डेस्क नंबर - 18002332797 चालू है तथा अभी तक इस पर 14 हजार फोन कॉल्स आ चुके हैं। सभी को भोजन प्रदाय किया जा रहा है। खाद्यान्न प्रदाय के लिए हेल्पलाईन नंबर 181 है। उचित मूल्य दाल का प्रदाय 10 अप्रैल से किया जाएगा। उज्जवला योजना के अंतर्गत कनेक्शनधारकों को एक अप्रैल के बाद आगामी तीन माह तक नि:शुल्क गैस सिलेण्डर प्रदाय किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि खाद्यान्न एवं भोजन प्रदाय आदि कार्य में जनअभियान परिषद एवं अन्य सामाजिक संगठनों का सहयोग लिया जाए।
बाहर फँसे कामगारों, विद्यार्थियों की व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि अन्य प्रदेशों में फँसे कामगारों तथा अन्य प्रदेशों में पढ़ रहे प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए भोजन, दवाएँ आदि की व्यवस्था सुचारू रहे। बताया गया कि इसके लिए बनाए गए हेल्पलाईन नंबर - 8989011180, 0755-2411180 पर अभी तक 4-5 हजार कॉल्स आए हैं। सभी की व्यवस्थाएं की जा रही हैं। सभी की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।
इधर-उधर न घूमें धार्मिक समूह या जमात
मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि तब्लीग जमात में शामिल हुए प्रदेश के 107 लोगों की सूची प्रदेश को मिली है। इन सभी की पहचान कर इन्हें क्वॉरेन्टाईन में रखा जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी धार्मिक समूह या जमात इधर-उधर न घूमे तथा लॉकडाउन का पूरा पालन करें।