सरकार को अस्थिर करने की साजिश रच रही थीं हनीट्रैप की सुंदरियां
खरी खरी संवाददता
भोपाल, 21 सितंबर। हनीट्रेप मामले में मध्यप्रदेश के सियासी गलियारों में भूचाल ला दिया है...मामले को लेकर किस प्रकार के कयास और पुलिस के सूत्रों से जानकारी मिल रही है,उसके अनुसार पुलिस यदि निष्पक्ष कार्रवाई करे तो बड़े सफेदपोशों के नाम उजागर हो सकते है...फिलहाल पुलिस ने नामों का खुलासा तो नहीं किया है...लेकिन प्रदेश सरकार के विधि मंत्री ने सीधे तौर पर बीजेपी नेताओं पर आरोप लगाकर मामले को लेकर सियासी मोड़ दे दिया है...विधि मंत्री का कहना है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के लिए बीजेपी नेता इन आरोपियों के साथ साजिश रच रहे थे...फिलहाल बीजेपी के नेता इस मामले में चुप्पी साधे हुए है...लेकिन हाईप्रोफाइल मामले को लेकर कयायबाजी लगातार चल रही है...
भोपाल और इंदौर में संयुक्त रूप से हुई कार्रवाई के बाद हाईप्रोफाइल हनीट्रेप का मामला सामने आया है...इस मामले की सरगना सागर की श्वेता जैन पर पहले भी आरोप लग चुके है...पहले प्रदेश के आईएएस अधिकारी पर अड़ीबाजी का मामला सामने आया था...इसके बाद आईएएस अधिकारी ने अपना कैडर बदलवाकर प्रदेश छोड़ने में ही भलाई समक्षी...इसके अलावा आरोपी महिला ने सागर विधानसभा क्षेत्र से 2013 में बीजेपी से टिकट की मांग की...टिकिट मिलने की आशंका के पहले ही स्थानीय बीजेपी के नेताओं के इशारे पर महिला आरोपी का ड्राईवर के साथ वीडियो वायरल कर दिया गया..इस वीडियो वायरल होने के बाद आरोपी महिला का टिकिट कट गया...टिकिट की लाबिंग प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कर रहे थे...लेकिन टिकिट न दिलाने पर आरोपी महिला ने पूर्व मुख्यमंत्री पर भी अड़ी डाली...जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने भोपाल की पाश कालोनी में मकान दिलाकर अपना पीछा छुड़ाया...इसके बाद इस महिला की गिरफ्त में पूर्व मंत्री आये...उनको भी वीडियो वायरल करने की धमकी दी गयी...धमकी के बाद पूर्व मंत्री ने राजधानी में ही भूखंड दिलाकर पीछा छुड़ाया....इसी प्रकार के पिछले 15 सालों में इन महिलाओं ने मिलकर एक रैकेट बना लिया...और करीब तीन दर्जन से ज्यादा लोगों को ब्लैकमेल किया...जब इंदौर नगरनिगम के सिटी इंजीनियर को ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया...उसके बाद इस पूरे मामले का फर्दाफाश हो पाया....इस मामले में एक पूर्व मुख्यमंत्री,पांच पूर्व मंत्री,5 आईपीएस अधिकारी,6 आईएएस अधिकारियों के साथ ही वर्तमान विधायक और कुछ मंत्रियों के नाम सामने आ रहे है....फिलहाल पुलिस इन नामों का खुलासा नहीं कर रही है...लेकिन प्रदेश सरकार के विधि मंत्री ने बीजेपी नेताओं पर निशाना साधकर मामले को सियासी मोड़ दिया...प्रदेश सरकार के विधि मंत्री पीसी शर्मा कहना है कि हनी ट्रेप मामले में बीजेपी नेताओं का नाम सामने आ रहे है...बीजेपी नेता इन महिलाओं की मदद की सरकार को अस्थिर करने की साजिश रच रहे थे...अब इस मामले का फर्दाफाश हो गया है....वही के कुछ नेता खुलकर कुछ भी कहने से बच रहे है...और कुछ नेताओं का कहना है कि यह गंभीर मामला है...और इस मामले में दोषी कोई भी हो...नेता हो या फिर अधिकारी....सब पर कड़ी कारवाई होनी चाहिए। वैसे भोपाल से गिरफ्तार की गयी तीनों महिलाओं को लेकर पुलिस इन संबंध खंगालने में जुटी है...दरअसल पिछले दिनों प्रदेश सरकार के अपर सचिव स्तर के अधिकारी का वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इन मामले की तह चक जाने के निर्देश पुलिस के आला अधिकारियों को दिये थे...पुलिस की आला अधिकारियों का कहना है कि कई दिनों ने इन संदिग्ध महिलाओं की जानकारी जुटाई जा रही थी...और इंदौर नगर निगम के सिटी इंजीनियर की शिकायत आने के बाद इस पूरे रैकेट पर कार्रवाई की गयी...लेकिन सवाल यह है कि पिछले कई सालों ने इन महिलाओं के द्वारा ब्लैकमेल करने की वारदाते की जा रही थी....लेकिन पुलिस सीधे तौर पर इनपर कार्रवाई करने से बच रही थी.।