सरकार का सड़क पर शक्ति प्रदर्शन, सीएम कमलनाथ ने की अगुवाई
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 25 दिसंबर। मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने बुधवार को भोपाल में संविधान बचाओ और शांति मार्च रैली के बहाने शक्ति प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खुद इस रैली का नेतृत्व किया। कांग्रेस संगठन और सरकार दोनों ने सड़क पर उतरकर केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा को चुनौती दी। कांग्रेस के साथ भाजपा विरोधी कई संगठन और समाज भी इस रैली में शामिल थे।
रैली की अगुवाई करते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि ‘‘मध्यप्रदेश में जब तक कांग्रेस की सरकार है कोई भी संविधान विरोधी, जन विरोधी और धर्म विरोधी कानून प्रदेश में लागू नहीं होगा। उन्होंने भाजपा की केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह हमारे संविधान की मूल भावना पर आक्रमण कर रही है और देश की जनता को गुमराह करके उन्हें बाँटने की कोशिश कर रही है। मुख्यमंत्री ने हुँकार भरते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी इस देश को तोड़ने की किसी भी राजनीतिक साजिश को सफल नहीं होने देगी“।
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि आज इस मार्च में शामिल विभिन्न धर्मों, वर्गों के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए। इस मार्च से हम देश के हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश से हर भारतवासी को संदेश देना चाहते हैं कि केन्द्र सरकार संविधान विरोधी कृत्य करके आने वाली पीढ़ियों का भविष्य खतरे में डाल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र के सर्वोच्च मंदिर लोकसभा में केन्द्र सरकार के गृह मंत्री एनआरसी को पूरे देश में लागू करने का बयान देते हैं वहीं उनके प्रधानमंत्री सार्वजनिक मंच में इससे इंकार करते हैं। साफ है कि भाजपा की नीयत में खोट है। देश के प्रधानमंत्री झूठ बोलकर जनता को बरगलाने का अपराध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आज निकाले जा रहे ‘‘संविधान बचाओ शांति मार्च“ का उद्देश्य यह है कि हम आने वाली पीढ़ियों को वही भारत सौंपे, जहाँ पर मिलजुलकर एक-दूसरे के प्रति सहयोग की भावना की संस्कृति हो। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा निकाले गए संविधान बचाओ और शांति मार्च में मुख्यमंत्री कमल नाथ हजारों लोगों के साथ व विभिन्न धर्मों के प्रमुखजन के साथ रोशनपुरा से पैदल मार्च करते हुए मिंटो हाल पहुँचे। मार्च में लोग बड़ी संख्या में हाथो में तिरंगा ध्वज लेकर व गांधी टोपी लगाकर शामिल हुए। लाखों की संख्या में शामिल सभी धर्मों, वर्गों, जातियों, के लोगों के साथ व विभिन्न सामाजिक व व्यापारिक संस्थाओ, संगठनो, युवा वर्ग के साथ मिंटो हाल स्थित गाँधी जी की प्रतिमा पर उन्होंने पुष्पांजलि अर्पित कर भाजपा को सद्बुद्धि, संविधान को बचाने की व देश को बाँटने की साजिश को असफल करने की प्रार्थना की। इस मार्च में विभिन्न दलों के कई प्रतिनिधियों व विभिन्न धर्मों के प्रमुखों ने भी शिरकत की। वर्षों बाद भोपाल की सड़कों पर इतना बड़ा जनसैलाब आज देखने को मिला। पूरे मार्ग पर लाखों लोगों की भीड़ जमा थी जो शांतिपूर्ण ढंग से राष्ट्रीय ध्वज लेकर इस मार्च में मुख्यमंत्री कमलनाथ जी की अगुवाई में इस काले कानून का विरोध करते हुए चल रही थी।
इस मार्च में कमलनाथ सरकार के कई मंत्री और कांग्रेस संगठन के कई नेता शामिल थे। इसके साथ ही वयोवृद्ध समाजवादी नेत्री श्रीमती सविता वाजपेयी, लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघु ठाकुर, भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी के बादल सरोज, समाजसेवी राकेश दीवान, राजेन्द्र कोठारी सहित अनेक समाज के गणमान्य लोग भी इस मार्च में सम्मिलित हुए। मार्च में बड़ी संख्या में विधायक गण और प्रदेशभर से आए लाखों कांग्रेस कार्यकर्ता गण तथा नागरिक शामिल हुए।