लोकसभा सीटें जीतने की रणनीतिः लाखों लोगों को रामलला के दर्शन कराएगी बीजेपी
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 12 जनवरी। मध्यप्रदेश में इस बार लोकसभा की सभी 29 सीटें जीतने की रणनीति पर काम कर रही भाजपा इसके लिए अयोध्या में हो रहे प्राणप्रतिष्ठा समारोह तथा श्रीराम मंदिर को बड़ा हथियार बनाने जा रही है। पार्टी ने विशेष अभियान चलाकर मध्यप्रदेश के करीब तीन लाख लोगों को राम लला के दर्शन कराने की योजना बनाई है।
मध्यप्रदेश में इस बार सभी 29 लोकसभा सीटें जीतने का ऐलान भाजपा खुले आम कर रही है। इसके लिए श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को जन अभियान बनाने की बीजेपी की कोशिशें परवान चढ़ रही हैं। मध्यप्रदेश बीजेपी में इसमें कहीं पीछे नही रहना चाहती है। इसलिए पार्टी केंद्रीय नेतृत्व से दो कदम आगे बढ़कर इस आयोजन को जनता से जोड़ रही है। संघ और बीजेपी की समन्वय बैठक में भी इस मुद्दे पर व्यापक चर्चा हुई और रणनीति बनाई गई। पार्टी 22 जनवरी को राम दीपावली मनाएगी। इसके तहत हर घर में 11 दीपक जलाए जाएंगे। इसके लिए पार्टी व्यापक अभियान चलाएगी। मंदिरों में महाआरती होगी, जिसमें बड़े नेता शामिल होंगे। साथ ही हर लोकसभा सीट से सामाजिक कार्यकर्ताओं को अयोध्या दर्शन कराने के लिए अभियान चलाया जाएगा। अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद भाजपा लोगों को अयोध्या दर्शन कराएगी। इस दौरान लोगों को बताया जाएगा कि कैसे भाजपा ने राम मंदिर की लड़ाई लड़ी। पहले स्वरूप कैसा था, आज क्या है। इसका फायदा आर्थिक, सामाजिक और धार्मिक आधारों पर क्या होने वाला है। मिशन 2024 को देखते हुए भाजपा ने लोगों को रामलला के दर्शन कराने की रणनीति बनाई है। इसके तहत टारगेट यह है कि हर लोकसभा सीट से 5-5 हजार लोग, जबकि हर विधानसभा क्षेत्र से 2-2 हजार लोगों को यहां लाया जाएगा। जिन राज्यों में भाजपा का कोई सांसद या विधायक नहीं है, वहां का प्रतिनिधि 2-2 हजार लोगों की व्यवस्था करेगा। प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी के बाद डेढ़ माह तक राम मंदिर अभियान चलेगा। इसमें हर लोकसभा सीट से 10 हजार यानी कुल 2.90 लाख लोगों को भाजपा रामलला के दर्शन कराएगी। मौजूदा सांसद-विधायक ऐसे लोगों की लिस्ट तैयार कराएंगे, जिन्हें अयोध्या लेकर जाना है।सांसदों और विधायकों के अलावा पार्टी के प्रमुख पदाधिकारी तथा बड़े नेता भी इस काम में जुटेंगे, ताकि तय सीमा में अधिक से अधिक लोगों को राम लला के दर्शन करने भेजा जाए।