शिवराज सिंह चौहान के मिशन विंध्य ने सबको चौंकाया
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 6 मार्च। मध्यप्रदेश की सत्ता पर काबिज होने के कई मिथक तोड़ने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सियासत को समझ पाना आम सियासतदार के लिए थोड़ा मुश्किल होता है। उन्होंने विंध्य अंचल की सियासत को लेकर जो दांव खेला है वह कांग्रेस तो दूर उनकी ही पार्टी भाजपा में बहुतों को समझ नहीं आया। इसलिए माना जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान का मिशन विंध्य अभी बहुतों को चौंका सकता है।
विंध्य ही नहीं प्रदेश के लोग भी मानकर चल रहे थे कि अगर विंध्य अंचल में नए जिले की घोषणा हुई तो मैहर को जिला बनाया जाएगा। बहुत दिनों तक इस पर कोई अमल नहीं होने के कारण मामला ठंडे बस्ते में चला गया। अचानक मुख्यमंत्री ने मैहर के बजाय मऊगंज को नया जिला बनाने की घोषणा करके सभी को चौंका दिया। इससे उन्होंने विंध्य के एक बड़े मतदाता वर्ग को प्रभावित कर दिया। भाजपा के खाते वाली इस विधानसभा अंचल पर पार्टी की मजबूती प्रदेश की सत्ता में भाजपा का दबदबा बनाए रखेगी। मैहर के पार्टी एमएलए नारायण त्रिपाठी बीते कुछ समय से जिस तरह सत्ता विरोधी कामों को अंजाम दे रहे हैं, उससे ही सीएम को लगा होगा कि जिला बनाने के लिए मैहर से ज्यादा मुफीद मऊगंज होगा। कांग्रेस पिछले कुछ दिनों से विंध्य अंचल को लेकर सीएम पर निशाना साध रही है। शिवराज कैबिनेट में विंध्य का प्रतिनिधत्व कम होने को भाजपा से ज्यादा कांग्रेस मुद्दा बनाती है। ऐसे में सीएम ने अचानक विंध्य के विकास पर काम शुरू कर दिया। शिवराज सिंह चौहान का मिशन विंध्य कांग्रेस की समझ से परे हो रहा है। लेकिन सीएम तो चल पड़े मिशन विंध्य पर और उसका परिणाम बेहतर मिलने की पूरी उम्मीद है।
पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विंध्य अंचल कद्दावर सियासतदां अजय सिंह राहुल ने खेलो इंडिया के कार्यक्रमों को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने खेलो इंडिया के आयोजनों का जिक्र करते हुए कहा कि विंध्य के किसी भी शहर में खेलो इंडिया की कोई प्रतियोगिता नहीं हो रही है। पता नहीं सरकार विंध्य के साथ भेदभाव क्यों करती है। बीजेपी के नेताओँ ने इस पर पलटवार भले किया लेकिन सीएम शिवराज सिंह ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इससे कांग्रेस के नेताओं को बीजेपी सरकार पर निशाना साधने का मौका मिल गया। बीजेपी सरकार पर विंध्य की उपेक्षा के आरोप लगने लगे। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसका करारा जवाब अजय सिंह के गढ मे जाकर दिया। उन्होंने रीवा में प्रदेश का छठवां एयरपोर्ट खोलने की न सिर्फ घोषणा की बल्कि केंद्रीय सिविल एवीएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ एय़रपोर्ट का शिलान्यास भी कर दिया। सीएम ने दो कदम आगे बढ़कर महिला सम्मेलन में घोषणा कर दी कि उनका भाई ( सीएम शिवराज) उन लोगों को हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा कराएगाए। इससे उन्होंने साफ संकेत दे दिया कि रीवा एयरपोर्ट बहुत जल्द बनकर तैयार हो जाएगा और यहां से हवाई सेवाएं भी शुरू हो जाएंगी। मध्यप्रदेश का यह 6वां एयरपोर्ट होगा और 239.95 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा। प्रदेश में अभी तक भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और खजुराहो में ही एयरपोर्ट हैं। उसी कड़ी में दो कदम आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री ने मऊगंज को जिला बनाने की घोषणा करके नया सियासी दांव खेल दिया। सीएम का मिशन विंध्य भाजपा के लिए इस अंचल में संजीवनी साबित हो सकता है।